तेजस्वी यादव ने शराबबंदी कानून में प्रस्तावित संशोधन पर नीतीश सरकार पर किया हमला
- राजद नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को बिहार के शराबबंदी कानून में प्रस्तावित संशोधन पर आपत्ति जताई है. राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि इसका दुरूपयोग सीधे तौर पर लोगों से निजी दुश्मनी साधने के लिए भी किया जा सकेगा. इसमें आरोपी को आपूर्तिकर्ताओं का नाम बताने पर जेल की सजा से छूट का प्रावधान है.

पटना. राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मद्य निषेध कानून में प्रस्तावित संशोधन की आलोचना करते हुए कहा कि इसका दुरूपयोग सीधे तौर पर लोगों से निजी दुश्मनी साधने के लिए भी किया जा सकेगा. नए संशोधन के तहत शराब के नशे में पकड़ा गया व्यक्ति यदि उसे शराब की आपूर्ति करने वाले की जानकारी देता है तो वह शराब पीने संबंधी जेल की सजा से बच सकता है या उसे सजा में छूट मिल सकती है.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शराबबंदी कानून में संशोधन और नए प्रविधान पर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ये सब सिर्फ दिखावा है, असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ये सब कही जा रही है, इस नए कानून से राज्य में और अराजकता बढ़ेगी. विधानसभा परिसर में पत्रकारों द्वारा बिहार मंत्रिमंडल से मद्य निषेध एवं उत्पाद संशोधन अधिनियम 2022 को मंजूरी मिलने से जुड़े सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि अब इस नए कानून से समाज में अराजकता और ज्यादा बढ़ेगी.
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तेजस्वी ने कहा कि अब बताइए, जो शराब पीकर के आएंगे, वे बताएंगे कि कहां से लाए थे, तो उस पर कार्रवाई होगी और जिसने पी है उसे छोड़ दिया जाएगा. इसको लेकर उन्होंने मजाकिया अंदाज में उदाहरण देते हुए समझाया कि अगर मेरी दुश्मनी किसी पीने वाले से होगी तो, पीने वाला मेरा नाम लेकर मुझे फंसा देगा. सच्चाई यह है कि इससे स्थिति और खराब ही होगी.
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ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि प्रस्तावित संशोधन भारत के मुख्य न्यायाधीश एन रमना द्वारा राज्य के शराबबंदी कानून पर नाराजगी व्यक्त करने के बाद किया गया है, जिसके कारण अदालत का कामकाज जमानत याचिकाओं के कारण रुक गया है. नीतीश कुमार सरकार ने 2016 में राज्य में शराब की बिक्री और खपत पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था, तब संयोग से तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम थे.
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बहरहाल, शराबबंदी को लागू कराना संदिग्ध बना हुआ है और ऐसे आरोप लगे हैं कि जिनके पास पैसे हैं, वे अपने घरों में शराब मंगवा रहे हैं. जबकि गरीबों पर या तो कानून का उल्लंघन करने के लिए मामला दर्ज किया जा रहा है या शराब के सेवन से उनकी मौत हो रही है. राज्य में पिछले कुछ महीनों में जहरीली शराब के सेवन से 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री ने ड्रोन, खोजी कुत्तों और हेलीकॉप्टरों की मदद से निगरानी का आह्वान करते हुए शराब के उपयोग पर नकेल कसने की कसम खाई है.
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