RRB-NTPC: रेलवे एनटीपीसी और ग्रुप-डी की भर्ती 3 साल में नहीं हुई पूरी, लाखों छात्र परेशान

Haimendra Singh, Last updated: Fri, 28th Jan 2022, 10:05 AM IST
  • आरआरबी एनटीपीसी और ग्रुप-डी का विज्ञापन 2019 में आया था, लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी बहाली प्रकिया का पूरा नहीं किया गया है, जिसको लेकर छात्रों में खासी नाराजगी है. बता दें कि ग्रुप-डी के नेटिफिकेशन में 3 बार बदलाव किया जा चुका है.
आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा.( सांकेतिक फोटो )

पटना. रेलवे भर्ती बोर्ड(RRB) के खिलाफ अभ्यर्थियों आक्रोश लगातार देखने को मिल रहा है, छात्र आक्रोश का एक बड़ा कारण यह भी माना जा रहा है कि रेलवे में नियमित तौर रिक्तियां नहीं हो रही है और रिक्तियों का विज्ञापन आने के बाद भर्ती प्रक्रिया में बदलाव कर दिए जा रहे हैं, इसके चलते 2019 में आई आरआरबी एनटीपीसी और ग्रुप- डी की बहाली तीन साल बाद भी पूरी नहीं हो पाई है. इसको लेकर अभ्यर्थियों कई बार आंदोलन भी कर चुके है. बता दें कि वर्ष 2015 में एनटीपीसी स्नातक स्तरीय परीक्षा के लिए 18500 पदों के लिए रिक्तियां निकाली थी.

आरआरबी यानि रेलवे भर्ती बोर्ड के प्रति छात्रों का गुस्सा लगातार नजर आ रहा है. उनका कहना है कि बोर्ड तीन सालों भी भर्ती प्रकिया को पूरा नहीं करा सका है, वहीं रेलवे से जुड़े अधिकारी तर्क दे रहा है कि कोरोना महामारी के कारण भर्ती प्रक्रिया में देरी हो रही है. 2019 में आई भर्ती की प्रारंभिक परीक्षा 2021 में आयोजित कराई गई और 14 जनवरी 2022 को इसका रिजल्ट घोषित किया गया. परिणाम आने के बाद से ही देशभर में छात्र आंदोलन कर रहे है. छात्रों का कहना है कि रेलवे भर्ती बोर्ड ने छात्रों की अनदेखी करते हुए इसका रिजल्ट घोषित किया है, जिसके बाद पिछले कुछ दिनों से बिहार में हालात कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं.

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क्यो होती है अभ्यर्थियों को परेशानी

जानकारों के अनुसार, छात्रों को परेशान इसलिए होती है कि आरआरबी अपना कोई परीक्षा कैलेंडर जारी नहीं करता है. इसी कारण परीक्षा प्रकिया को पूरा होने में तीन से चार साल का समय लग जाता है. वहीं पिछले कुछ सालों में देखा जाए, तो 2015 में एनटीपीसी स्नातक का विज्ञापन आया था जिसके बाद 2019 में इस पद के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया. वहीं 2019 में आए ग्रुप-डी विज्ञापन में तीन बार संशोधन हो चुका है.

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