पटना: महिला सुरक्षा के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट में लगेंगे इमरजेंसी बटन

Smart News Team, Last updated: Fri, 21st Aug 2020, 10:34 AM IST
  • बिहार सरकार अब महिलाओं की सुरक्षा के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इमरजेंसी बटन और व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगाने जा रही है. इस पूरी प्रक्रिया की मॉनिटरिंग कंट्रोल कमांड सेंटर के द्वारा की जाएगी. यह कंट्रोल रूम पुलिस मुख्यालय के कंट्रोल रूम से भी जुड़ा होगा.
बिहार में अब महिलाएं बिना डरे कहीं भी आ जा सकेंगी. सरकार पब्लिक ट्रांसपोर्ट में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस और इमरजेंसी बटन और लगाने जा रही है.

पटना. बिहार में महिलाओं के लिए एक अच्छी ख़बर है. अब महिलाओं की सुरक्षा के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट की गाड़ियों में व्हिकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस और इमरजेंसी बटन लगेंगे. सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों जैसे बस, कैब, टैक्सी से सफ़र करने वाली महिलाएं या लड़कियां किसी भी तरह के ख़तरे का आभास होने अगर ये इमरजेंसी बटन दबायेंगीं तो कंट्रोल कमांड सेंटर में अलार्म बजेगा और फ़िर तत्काल ही पुलिस उनकी मदद के लिए पहुँचेगी.

बिहार सरकार के द्वारा निर्भया फ्रेमवर्क के तहत सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस और इमरजेंसी बटन लगाने का निर्णय लिया गया है. इस योजना को कैबिनेट की ओर से स्वीकृति मिल गई है. शुरुआती चरणों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पटना से इस नई व्यवस्था की शुरुआत की जाएगी. इसके बाद अन्य शहरों में संचालित सार्वजनिक परिवहन के वाहनों जैसे बस और टैक्सी में इसे लगाया जाएगा.

पटना: मानव तस्करी के लिए ले जा रहे सात बच्चों समेत तस्कर को पकड़ा

इस पूरी प्रक्रिया की मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल कमांड सेंटर का निर्माण भी किया जाएगा. इसके लिए एनआईसी की मदद से परिवहन विभाग यह कंट्रोल रूम बनाएगा. यह कंट्रोल रूम पुलिस मुख्यालय के कंट्रोल रूम से भी जुड़ा होगा, जिससे किसी भी आपातकालीन स्थिति में वाहनों की चेकिंग की जा सकेगी और जल्द से जल्द कार्रवाई हो सकेगी.

पटना: कोरोना ईलाज का 6 लाख का बिल देने वाला JDM अस्पताल हुआ सील

बिहार सरकार द्वारा उठाया जा रहा यह कदम महिला सुरक्षा के लिए काफी मजबूत कदम होगा. व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस द्वारा इमरजेंसी अलर्ट, ओवरस्पीडिंग और उपकरण के साथ छेड़छाड़ या तोड़े जाने पर भी अलर्ट प्राप्त हो सकेगा. इसकी मदद से वाहन के लोकेशन की रियल टाइम जानकारी भी प्राप्त हो सकेगी. जियो फैंसिंग और सॉफ्टवेयर के माध्यम से वाहनों के हर मूवमेंट को भी मैप के माध्यम से देखा जा सकेगा. वाहन मालिक भी सॉफ्टवेयर के द्वारा अपने वाहनों की स्थिति का पता कर सकते हैं.

लॉकडाउन में TV और सोशल मीडिया पर समय बिताने को मजबूर बिहार के किशोर, सर्वे

इस सॉफ्टवेयर के जरिए बिहार में बढ़ते अपराधों के नियंत्रण में काफी मदद मिलेगी. इसके साथ ही ओवरस्पीडिंग को रोकने भी रोकने में भी इससे मदद मिलेगी. बस यदि निर्धारित स्पीड से अधिक चलेगी तो चालकों पर कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाएगी.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें