15 हजार पुलिसकर्मियों ने नहीं किया मतदान
शांतिपूर्ण मतदान की मजबूत कड़ी बने 15 हजार से अधिक पुलिस कर्मियों ने मतदान नहीं किया है। इसमें पुलिस लाइंस में तैनात जवानों के साथ गैर जनपदों से डयूटी पर आए जवान शामिल हैं। पटना के 80 प्रतिशत थानेदारों के साथ थाना में पदस्थापित दारोगा और सपाहियों ने भी वोट नहीं किया है। पुलिस के जवानों का कहना है कि ड्यूटी करें या मतदान। दोनों काम संभव नहीं हो पाता। अधिकारियों का कहना है कि पोस्टल वोटिंग को लेकर पुलिसकर्मी जागरूक नहीं हैं। लिखा-पढ़ी करनी पड़ती है, इसलिए इससे दूरी बना लेते हैं।
दबी जुबान से साझा किया दर्द
हिन्दुस्तान स्मार्ट ने जब पुलिस की वोटिंग को लेकर पड़ताल की तो उनका दर्द सामने आया। अनुशासन वाले विभाग में कार्रवाई के डर से खुलकर तो नहीं लेकिन दबी जुबान से पुलिस के जवानों ने पीड़ा बताई। पुलिस के पदाधिकारी से लेकर जवान तक का कहना है कि ड्यूटी लगने के बाद उन्हें कुछ नहीं दिखता। बस कर्तव्य और अनुशासन में काम करते हैं। मधुबनी से ड्यूटी पर आए आधा दर्जन पुलिस के जवानों ने हिन्दुस्तान स्मार्ट को बताया कि हमलोग वोट कर ही नहीं पाते हैं। मुंगेर से डयूटी में आए एक पुलिस सब इंस्पेक्टर ने कहा कि वोटिंग कहां संभव है। पुलिस की नौकरी में इंसान हर तरफ से पिसता है। घर परिवार से लेकर समाज तक सब कोसते हैं।
पुलिस कर्मियों के लिए यह थी व्यवस्था
पुलिस कर्मियों के लिए वोटिंग की व्यवस्था पोस्टल के माध्यम से की गई थी। पुलिस लाइन में इसके लिए व्यवस्था बनाई गई थी। दो दिनों तक पुलिस लाइन में इसके लिए काउंटर बनाया गया था, लेकिन पुलिस के जवानों की रुचि नहीं दिखी। पुलिस लाइन से जुड़े सूत्रों की मानें तो वोट देने वाले पुलिसकर्मियों का प्रतिशत 10 का आंकड़ा पार नहीं कर पाया है।
पुलिस कर्मियों के लिए पोस्टल वोटिंग की व्यवस्था की गई थी। जागरूक नहीं होना भी वोटिंग नहीं करने का कारण है।
-कुमार रवि, डीएम पटना
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