80 करोड़ लोगों को मिलेगा 2 रुपये किलो गेहूं और 3 रुपये में चावल

Malay, Last updated: Thu, 26th Mar 2020, 10:25 AM IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में कैबिनेट ने 80 करोड़ लोगों को सस्ती दर पर अनाज देने का फैसला किया है। कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेसवार्ता...
80 करोड़ लोगों को मिलेगा 2 रुपये किलो गेहूं और 3 रुपये में चावल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में कैबिनेट ने 80 करोड़ लोगों को सस्ती दर पर अनाज देने का फैसला किया है। कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेसवार्ता में बताया कि सरकार ने 80 करोड़ लोगों को 27 रुपये किलोग्राम वाला गेहूं मात्र 2 रुपये प्रति किलोग्राम में और 37 रुपये किलोग्राम वाला चावल 3 रुपये प्रति किलोग्राम में देने का फैसला किया है। 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने राज्य सरकारों को 3 महीने का एडवांस सामान खरीदने को कहा है। इससे पहले, उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने बुधवार को कहा कि 75 करोड़ लाभार्थी सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत एक बार में 6 महीने का राशन ले सकते हैं। सरकार ने यह फैसला कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए लिया है। सरकार के पास 435 लाख टन सरप्लस अनाज है। इसमें 272.19 लाख टन चावल व 162.79 लाख टन गेहूं है। मोदी ने बैठक में मंत्रियों के साथ कोरोना वायरस से निपटने के लिए तैयारियों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। 

जरूरी सामान की कमी नहीं होने दी जाएगी
जावडेकर ने कहा कि सोशल हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा। जरूरी सामान की कमी नहीं होने दी जाएगी। कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कोई जमाखोरी करेगा तो उसको सजा दी जाएगी। लोगों को डर-डरकर सामान इकट्ठा करने की जरूरत नहीं है। 21 दिन तक दुकानें खुली रहेंगी। 

बैठक में दिखी सोशल डिस्र्टेंंसग की झलक 
नई दिल्ली। 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में सोशल डिस्र्टेंंसग (सामाजिक दूरी) का लाजवाब उदाहरण देखने को मिला। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की जा रही है, उसमें प्रधानमंत्री मोदी के आसपास मंत्री एक सुरक्षित दूरी पर बैठे हुए नजर आ रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने इस तस्वीर को ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि सोशल डिस्र्टेंंसग आज समय की जरूरत है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं, क्या आप कर रहे हैं? 

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