बेघर हुए गरीब: जलजमाव ने बढ़ाईं मलिन बस्तियों की भी मुश्किलें
आसमानी आफत से सोमवार को भले ही राहत मिली, पर जलजमाव के हालात अब भी वैसे ही हैं। बाजार समिति, राजीव नगर, नंदनगर, नाला रोड, पाटलिपुत्रा, राजेंद्र नगर, कंकड़बाग में हालात अभी पहले जैसे ही बने हुए हैं। लोग घरों में कैद हैं। इन इलाकों की मलिन बस्तियों में भी बारिश आफत बनकर आई है।
पक्के घर वाले तो पहली से दूसरी मंजिल पर चले गए हैं, पर झोपड़पट्टी में रहने वाले अब बेघर हो गए हैं। नंदनगर में हालात कुछ इसी तरह बन गए हैं। यहां से अपने संसाधनों से गरीब परिवार पलायन कर रहे हैं। यहां तक सरकारी मदद नहीं पहुंच पा रही है। गले तक पानी भरा है। ऐसे में अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ किसी तरह लोग जान बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच रहे हैं। लोगों का आरोप है कि जिला प्रशासन भले दावे कर रहा है, पर इंतजाम नाकाफी हैं। ऐसी ही शिकायतें राजीवनगर नाले के किनारे बसे इलाकों से मिल रही हैं।
राजेंद्रनगर से सैदपुर तक खतरनाक जोन में
राजेंद्रनगर से सैदपुर तक पूरा इलाका खतरनाक बना हुआ है। तीन किलोमीटर का यह इलाका काफी संवेदनशील है। इसके अलावा राजीव नगर नाला से लेकर पाटलिपुत्रा के बीच नाला और सड़क के बीच का अंतर भी खत्म हो गया है। इसमें कई लोग गिरकर घायल भी हो चुके हैं। बावजूद इसके अभी राहत नहीं है।
राजेंद्र नगर की करीब एक दर्जन कॉलोनियों में मछुआटोली, लंगर टोली, सब्जी बाग, मखनियाकुआं, सैदपुर नहर के आसपास के सभी इलाके, रामपुर, बाजार समिति से लेकर बादशाही पईन तक के क्षेत्र को नगर निगम ने रेड जोन में रखा है। इन इलाकों से पानी निकालने में नगर निगम के पसीने छूट रहे हैं।
तीन करोड़ की मशीनें भी फेल
50-50 लाख रुपए की छह फ्लड कंट्रोल मशीनें भी पटना को जलजमाव से निजात नहीं दिला पा रही हैं। 38 संप लगातार चलाने का निगम ने दावा किया है।
थमी बारिश अगले दो दिन राहत
पटना। राजधानी सहित आसपास के इलाकों में बारिश थम गई है। तीन अक्तूबर से फिर से बारिश रफ्तार पकड़ेगी। मौसम विभाग ने कहा है कि मानसून की रफ्तार भी धीमी हुई है। पटना में पूर्वी हवा 10 किलोमीटर की रफ्तार पर पहुंच गई है। आर्द्रता भी 80 फीसदी पर पहुंच गई है। सोमवार को पटना में सुबह से छाए बादल दोपहर होते—होते हटने लगे। कुछ देर के लिए हल्की धूप भी खिली, इसके बाद रिमझिम बारिश भी शुरू हो गई। हालांकि, देरशाम तक बारिश बंद रहने से लोगों को बड़ी राहत मिली है। लोग घरों से बाहर निकले हैं। सोमवार को पटना का अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री नीचे गिरकर 25.8 डिग्री और न्यूनतम 22.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
हर जरूरी कोशिश कर रहे हैं
नगर निगम के सफाई मजदूर से लेकर अफसरों और पार्षदों की टीम अपने—अपने इलाकों में हर वक्त लगी हुई है। राजेंद्र नगर से बाजार समिति, सैदपुर में हालात ज्यादा खराब हैं।
-सीता साहू, मेयर
अन्य खबरें
पटना हुआ पानी-पानी, 24 घंटे से मोहल्ले अंधेरे में, दूध को तरस गए लोग
आफत की बारिश: घरों में कैद हुए हजारों लोग, खाद्य सामग्री पर भी होने लगी आफत
गले तक पहुंचा पानी: पटना में बारिश से त्राहिमाम कर रही जनता