तेजस्वी समेत 27 नेताओं पर नामजद एफआईआर

Malay, Last updated: Mon, 23rd Dec 2019, 12:49 AM IST
सीएए और एनआरसी के विरोध में शनिवार को डाकबंगला चौराहे पर किए गए उग्र प्रदर्शन को लेकर राजद पार्टी एवं अन्य सहयोगी दलों के नेताओं पर शिकंजा कसा गया है। बिना अनुमति के ही डाकबंगला चौराहे पर उग्र...
तेजस्वी यादव

सीएए और एनआरसी के विरोध में शनिवार को डाकबंगला चौराहे पर किए गए उग्र प्रदर्शन को लेकर राजद पार्टी एवं अन्य सहयोगी दलों के नेताओं पर शिकंजा कसा गया है। बिना अनुमति के ही डाकबंगला चौराहे पर उग्र प्रदर्शन कर पटना के लोगों को परेशानी में डालने के काम में पुलिस ने तेजस्वी यादव सहित 27 नेताओं को नामजद करते हुए सैकड़ों अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। अज्ञात लोगों की पहचान की जा रही है। वहीं फुलवारी में शनिवार को हुए बड़े उपद्रव में गिरफ्तारी जारी है। 

डाकबंगला पर हुए बवाल में धरना प्रदर्शन एवं नारेबाजी कर यातायात अवरुद्ध कर सड़क जाम करने के आरोप में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, राजद विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी, राजद के शिवानंद तिवारी, नेता प्रतिपक्ष विधायक तेजस्वी यादव, विधायक भाई विरेन्द्र, कांग्रेस के विधायक शकील अहमद, रालोसपा के उपेन्द्र कुश्वाहा, राजद सदस्य दूध मार्केट स्टेशन गोलम्बर सुनील कुमार, छात्र राजद नेता आयुष कुमार, छात्र राजद प्रदेश अध्यक्ष सृजन स्वराज, युवा राजद अध्यक्ष कारी साहेब, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, कांग्रेस सदस्य अवधेश कुमार सिंह, कांग्रेस सदस्य पूनम पासवान, कांग्रेस सदस्य ब्रजेश पाण्डे, उमेश मिश्रा, अध्यक्ष भीम सेना अमर आजाद, माले के अरुण मिश्रा, माले के गणेश शंकर सिंह, भीम सेना के सदस्य गौतम कुमार, भीम सेना के सदस्य अजय पासवान, वीआईपी पार्टी के संतोष कुशवाहा, डॉ विश्वास, वीआईपी के महासचिव छोटू सहनी , वीआईपी पार्टी विकाश बॉक्सर, अलतमस, कांग्रेस सदस्य आशुतोष सहित सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है। 

बिहार बंद के दौरान पत्रकारों और फोटोग्राफरों पर हमला करने वाले अज्ञात लोगों पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें दो की पहचान हो गई है, जिनकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है। दिनेश कुमार और प्रकाश सिंह के आवेदन पर हुई कार्रवाई में जानलेवा हमले के साथ अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। 

दो दिन पहले ही रच दी गई थी बवाल की साजिश
पटना। फुलवारीशरीफ में हुए बवाल के पीछे की कलई धीरे-धीरे खुलनी शुरू हो गई है। उपद्रव की साजिश दो दिन पहले ही रची गई थी।शायद यही वजह रही कि राजधानी के अन्य इलाकों में कड़ी चौकसी के बीच कुछ नहीं हुआ और फुलवारीशरीफ में बड़ा बवाल हो गया। सीएए व एनआरसी के विरोध में पिछले दिनों गांधी मैदान के कारगिल चौक पर हुए बवाल के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन की ओर से राजद के बिहार बंद को लेकर बड़ा होमवर्क किया गया था। कहीं पर अशांति न फैले, इसके लिए आईजी रेंज संजय सिंह व एसएसपी गरिमा मलिक की ओर से पूरी राजधानी की किलेबंदी की गई थी। टाउन क्षेत्र की कमान डीएसपी सुरेश प्रसाद, सचिवालय सर्किल में डीएसपी सुरेश प्रभाकर व कोतवाली में एएसपी विधि-व्यवस्था स्वर्ण प्रभात संभाले थे, जबकि फुलवारीशरीफ समेत अन्य क्षेत्रों में संबंधित इलाके के एसडीपीओ को चौकसी बरतने तथा समय रहते कार्रवाई करने का जिम्मा सौंपा गया था। 

फुलवारी में तीन महिलाओं सहित 40 गिरफ्तार 
फुलवारी में शनिवार को हुए उग्र प्रदर्शन और बवाल के बीच पुलिस की कार्रवाई की जा रही है। रविवार को पुलिस ने 40 लोगों को गिरफ्तार किया है। एसपी पश्चिमी का कहना है कि शांति को चुनौती देकर लोगों को परेशान करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। लोगों को चिन्हित कर जेल भेजने की तैयारी चल रही है। पुलिस की टीम लोगों की पहचान करने के साथ उनकी गिरफ्तारी कर जेल भेजने की तैयारी कर रही है। 

अशांति फैलाने और बिना अनुमति के उग्र प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कानून से खेलने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।     
- विनय तिवारी, सिटी एसपी सेंट्रल

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