साहस से लबरेज करता है मूंगा रत्न

Malay, Last updated: Thu, 16th Apr 2020, 4:43 PM IST
समुद्र में अनेक रत्न या फिर कहें कि सैकड़ों प्रकार के रंग-बिरंगे पत्थर पाए जाते हैं। इसमें कुछ रत्न बेहद प्रख्यात हैं तो कुछ को नाम तो दे दिए गए हैं लेकिन वे इतने प्रचलन में नहीं हैं। समुद्र में...
मूंगा भी एक महत्वपूर्ण रत्न माना जाता है।

समुद्र में अनेक रत्न या फिर कहें कि सैकड़ों प्रकार के रंग-बिरंगे पत्थर पाए जाते हैं। इसमें कुछ रत्न बेहद प्रख्यात हैं तो कुछ को नाम तो दे दिए गए हैं लेकिन वे इतने प्रचलन में नहीं हैं। समुद्र में मुख्यत: मोती और मूंगा बहुतायत में पाए जाते हैं। इनमें मूंगा भी एक महत्वपूर्ण रत्न माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार इसे चमत्कारिक नग कहा जाता है। असली और प्रभावयुक्त मूंगा पहनने से व्यक्ति हमेशा साहस से लबरेज रहता है। मंगल के रत्न मूंगा को ऊर्जा का प्रतीक बताया जाता है, जिसके पहनने से आत्मविश्वास, साहस और बल में वृद्धि होती है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इसमें कोई शक नहीं कि मूंगा आत्मविश्वास और साहस बढ़ाता है, लेकिन हर किसी को मूंगा लाभप्रद नहीं होता है। ऐसे में मूंगा पहनने से पहले किसी ज्योतिष से सलाह जरूर लेनी चाहिए। 

असली मूंगा की पहचान 
मूंगा मंगल ग्रह का रत्न है। मंगल साहस, बल और ऊर्जा का कारक है। दूसरी ओर यदि आप मूंगा धारण करना चाहते हैं तो मूंगे की सही परख करने के लिए मूंगे पर एक बूंद पानी की टपकाएं, फिर देखें पानी रुकेगा नहीं। अगर पानी उस पर रुक जाए तो वह असली मूंगा नहीं होता। इसे पुखराज, मोती, माणिक के साथ भी पहन सकते हैं। 

शनि-मंगल की युति हो तो न पहनें मूंगा 
बिना जन्म पत्रिका दिखाए मूंगा पहना जाए तो इससे दुर्घटना भी हो सकती है। बिना किसी से परामर्श किए मूंगा पहनना काफी समस्या खड़ी कर सकता है। इसमें जातक की जान तक पर बन सकती है, स्त्री को विधवा तक बना सकता है, पारिवारिक कलह, कुटुंब से मनमुटाव और वाणी में दोष भी उत्पन्न करता है। भले वाणी साथ हो, लेकिन कटु वचन से सब कुछ बिगड़ जाता है। शनि और मंगल की युति कहीं भी हो तो मूंगा नहीं पहनना चाहिए। मंगल भूमि, मकान, भवन-निर्माण से संबंधित, पुलिस, सेना, प्रशासन क्षमता का कारक होता है। ये युद्धोन्यादि का भी कारक है। अत: आप जब भी मूंगा पहनें किसी योग्य एवं रत्नों के जानकारी व्यक्ति से परामर्श लेकर शुभ मुहूर्त में ही धारण करें। 

मूंगा पहनने के फायदे  
मूंगा पहनने से मुंहासे, त्वचा रोग आदि जैसी समस्याएं असामान्य रूप से खत्म हो जाती हैं। इसके अलावा, यह एक सुरक्षात्मक ढाल के रूप में कार्य करता है। यह घाव और अन्य चोटों से बचाव करता है और रक्त शुद्धि में भी सुधार करने में सहायक है।  मूंगा मानसिक स्वास्थ्य और सामान्य स्वास्थ्य में भी मदद करता है। अपनी मजबूत प्रकृति के कारण, यह मनोबल को बढ़ावा देने के लिए मन में उदासी दूर करने और इच्छाशक्ति को पुनर्जीवित करने में मदद करता है। यह आपको ऊर्जा देने के साथ ही धृष्टता और अपने भय को जीतने की शक्ति भी देता है।

जन्म कुंडली में मंगल की अच्छी स्थिति में न होने पर अधीरता, भाव, चिड़चिड़ापन और क्रोध से पीड़ित व्यक्ति को मूंगा पहनने पर उनकी स्थिति में एक महत्वपूर्ण सुधार होता है। अगर किसी व्यक्ति की अपनी जन्मकुंडली में एक मंगल की अवधारणा होती है जिससे व्यक्तिगत संबंधों में असहमति पैदा हो सकती है, मूंगा पहनने से संबंधों को फिर से मधुर करने में मदद मिलती है। यह केवल जन्म पत्री का पूरी तरह से विश्लेषण करने के बाद किया जाना चाहिए। मूंगा का एक और महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह लालच, बुरी नज़र और काला जादू से रक्षा करता है। जो लोग भारी कर्ज में हैं, वे ऋण की चुकौती में मदद करने के लिए इस मूंगा रत्न पहन सकते हैं।

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