कृत्रिम चमड़ी से वीडियो कॉलिंग के दौरान छूने जैसा अहसास
वर्चुअल रियलिटी (वीआर) दुनिया के लिए नई तकनीक नहीं है। इसकी मदद से हम किसी एक कमरे में बैठकर समंदर के अंदर रहने का अहसास ले सकते हैं या फिर हजारो मील दूर बैठे व्यक्ति के साथ बातचीत कर सकते हैंे। हालांकि हजारों मील दूर बैठे व्यक्ति के हाथों का स्पर्श महसूस नहीं कर सकते थे। अब शोधकर्ताओं ने इस कमी को पाटने का समाधान खोज निकाला है।
अमेरिका स्थित नॉर्थ वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक आर्टिफिशियल स्किन (चमड़ी) तैयार की है, जो दो लोगों को पहनने और बांधने का विकल्प देगी। इसकी मदद से वर्चुअल रियलिटी हैडसेट (वीआर हेडसेट) पर बातचीत करने के दौरान हाथ पकड़ने या फिर हाथ छूने जैसा अहसास होगा। शोधकर्ताओं ने इस तकनीक का नाम ‘एपिडरमल वीआर सिस्टम’ रखा है, जो एक कृत्रिम चमड़ी के समान काम करेगी। इस चमड़ी में छह इंच वर्गाकार मोटी परत है। यह परत मुलायम और लचीचे पदार्थ से तैयार की गई है, जिसमें 32 सूक्ष्म वाइब्रेट करने वाले सेंसर लगे हैं। यह सेंसर अलग-अलग काम करके छूने के जैसा अहसास तैयार करते हैं। इससे एक व्यक्ति को छूने के समान अहसास होगा।
नॉर्थ वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह सेंसर वास्तविक हाथ के समान पकड़ का अहसास दिलाएंगे। शोधकर्ता अपनी इस कृत्रिम चमड़ी को और बेहतर बनाने को लेकर कार्य कर रहे हैं। दरअसल, शोधकर्ता अब इस चमड़ी का आधुनिक वर्जन तैयार कर रहे हैं। वह वर्तमान डिवाइस का हल्का वेरियंट तैयार करने में लगे हैं।
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