लफंगों के डर से छात्रावास में नहीं रहतीं लड़कियां

Malay, Last updated: Thu, 20th Jun 2019, 11:38 PM IST
अरविंद महिला कॉलेज के छात्रावास में इस बार भी कोई लड़की रहने नहीं आई। पिछले सत्र में 25 लड़कियों को हॉस्टल आवंटित हुआ था, लेकिन पहले दिन ही ये लड़कियां माहौल देखकर वापस चली गईं। कॉलेज प्रशासन को पैसे तक...
इस हॉस्टल में नहीं रहना चाहती कोई लड़की। हमेशा यू़ं ही लगा रहता है ताला।

अरविंद महिला कॉलेज के छात्रावास में इस बार भी कोई लड़की रहने नहीं आई। पिछले सत्र में 25 लड़कियों को हॉस्टल आवंटित हुआ था, लेकिन पहले दिन ही ये लड़कियां माहौल देखकर वापस चली गईं। कॉलेज प्रशासन को पैसे तक वापस करने पड़े। हर साल ऐसा ही होता है। आखिर लड़कियां छात्रावास में रहने से क्यों डरती हैं? जवाब जानकर आप चौंक जाएंगे। यहां कोई भूतिया साया नहीं, लफंगों का खौफ है। सुनसान इलाके में बने छात्रावास में कोई भी दीवार फांदकर आसानी से आ सकता है। यही डर लड़कियोंं को यहां रहने नहीं देता। 

राजधानी स्थित विभिन्न महिला कॉलेजों में छात्रावास आवंटन के लिए भीड़ उमड़ती है ,वहीं एक कॉलेज ऐसा है,जहां लड़कियां रहना ही नहीं चाहतीं। काजीपुर स्थित अरविंद महिला कॉलेज के छात्रावास में लड़कियां मनचलों के डर से नहीं रहती हैं। पिछले चार सालों से यह छात्रावास खाली पड़ा है। कॉलेज प्रबंधन की ओर से पिछले सत्रों में कई कोशिशें भी हुईं। कॉलेज की प्राचार्या खुद इस बात को स्वीकार करती हैं कि कॉलेज के आसपास लफंगों का डेरा है। आए दिन लड़कियों के साथ छेडछाड़ की घटनाएं भी सामने आती हैं।

कहीं और रहना मजबूरी है
नैक द्वारा प्रदत्त बी प्लस ग्रेड के इस कॉलेज में सर्व सुविधायुक्त छात्रावास बना हुआ है। इसका निर्माण सात-आठ साल पहले हुआ था। शुरुआत में कुछ छात्राओं ने छात्रावास में नामांकन कराया था, लेकिन आए दिन मनचलों की फब्तियों से परेशान होकर उन्होंने इसे छोड़ देना ही उचित समझा। चकाचक भवन और सभी तरह की सुविधाएं होने के बावजूद यहां लड़कियां रहने से कतराती हैं। 

अंतिम छोर पर है हॉस्टल
छात्रावास कॉलेज परिसर के अंतिम छोर पर बना हुआ है, जहां से कॉलेज दूर है। अगल-बगल लड़कों के छात्रावास हैं, जिसके कारण लफंगों का जमावड़ा भी इधर ही लगता है। कॉलेज कैंटीन से निकलकर कोई भी आराम से परिसर में आ सकता है। लड़कियों का कहना है कि छात्रावास अगर कॉलेज के मुख्य द्वार की तरफ होता तो सुरक्षित होता।

इस छात्रावास में कोई भी लड़की नहीं रह सकती है। आए दिन हमारे कॉलेज के कार्यक्रम होते हैं तो अगल बगल के लफंगे परेशान करने आ जाते हैं। छात्रावास अंतिम छोर पर है, वहां तो कोई भी दीवार फांदकर कमरे में आ जाएगा।
 -रीमा, छात्रा

यहां कोई लड़की नहीं रहती। एक तो मनचलों का हमेशा डर बना रहता है साथ ही इससे सस्ते में बाहर छात्रावास मिल जाते हैं। इसलिए लड़कियां अन्य जगहों पर रहना अधिक पसंद करती हैं। 
-छाया, छात्रा

कॉलेज के आसपास लफंगे रहते हैं और कॉलेज की दीवार भी छोटी है। इसलिए छात्रावास में लड़कियां रहना नहीं चाहती हैं। दीवार की ऊंचाई इतनी है कि कोई भी इसको फांदकर कॉलेज परिसर में आ सकता है। इसको ऊंचा करने के लिए कोशिश में जुटे हुए हैं। फिलहाल छात्रावास में सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए हैं। 
-उषा झा, अरविंद महिला कॉलेज, प्राचार्य

सवाल
लफंगों के डर से महिला छात्रावास में लड़कियों ने रहने से मना कर दिया। कॉलेज जाने में भी लड़कियों को डर लगता है। आखिर पुलिस क्या कर रही है?

जवाब
पुलिस पेट्रोलिंग करती रहती है। कॉलेज की तरफ से कोई शिकायत नहीं मिली है, शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी। 
 -निशिकांत, थानाध्यक्ष, कदमकुआं

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