अभेद्य किला बना था पटना का गांधी मैदान

Malay, Last updated: Mon, 20th Jan 2020, 9:56 AM IST
गांधी मैदान से लेकर पटना के विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था थी। गांधी मैदान के सभी गेट पर सुरक्षा दस्ता के साथ खुफिया तौर पर भी निगरानी की जा रही थी। यातायात पुलिस के साथ पटना...
रविवार को गांधी मैदान में मानव शृंखला के दौरान हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। सीएम ने लोगों को संबोधित किया।

गांधी मैदान से लेकर पटना के विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था थी। गांधी मैदान के सभी गेट पर सुरक्षा दस्ता के साथ खुफिया तौर पर भी निगरानी की जा रही थी। यातायात पुलिस के साथ पटना पुलिस के जवानों को अधिक संख्या में लगाया गया था। गेट नंबर एक, पांच, सात और दस पर सुरक्षा का काफी तगड़ा इंतजाम था। गांधी मैदान की सुरक्षा का जायजा पुलिस अधिकारी रात से ही ले रहे थे। रविवार की सुबह लोगों के प्रवेश करने से पहले गांधी मैदान की सुरक्षा को लेकर खोजी कुत्तों को लगाया गया था। 

गांधी मैदान पर टिकी थी सुरक्षा की नजर 
गांधी मैदान के आस पास सुरक्षा का इंतजाम ऐसा था कि लोगों को आने-जाने में भी समस्या हो रही थी। बिना छानबीन के किसी को अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा था। सुरक्षा को लेकर मेटल डिटेक्टर के साथ कई आधुनिक संसाधन लगाए गए थे। सुरक्षा को लेकर हर एंगल पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही थी। 

जवानों पर भी रखी जा रही थी नजर 
पुलिस की विशेष टीम जवानों पर भी नजर रखे हुए थी। कौन कहां ड्यूटी कर रहा है और कौन लापरवाही कर रहा है इसका हाल जाना जा रहा था। गांधी मैदान के आस पास-पास सुरक्षा को लेकर बीएमपी के जवानों को भी लगाया गया था। वीआईपी मंच को घंटों खंगाले जाने के बाद विशेष सुरक्षा के हवाले कर दिया गया। सुरक्षा में 900 सिपाही यातायाता सिपाही, 130 यातायात पदाधिकारी, सात कंपनी बीएमपी के जवान, 1000 पुलिस लाइन के सिपाही लगे थे। इसमें 300 फोर्स को गांधी मैदान में लगाया गया है।  इसमें 100 से अधिक विशेष पुलिस बल के साथ खोजी कुत्ता व मेटल डिटेक्टर व बम निरोधी दस्ता लगाए गए थे।

गोलंबर पर एंबुलेंस को भी रोका गया
पटना। राजधानी में मानव शृंखला को लेकर एक लेन से गाड़ी चलाने का दावा हवाहवाई हो गया। बाएं लेन पर मानव शृंखला और दाहिने लेन पर दोनों तरफ से गाड़ी चलाने पर भी रोक लगाई गई। आयकर गोलंबर पर सुबह 10 बजे ही वाहनों का परिचालन बंद कर दिया गया। किदवईपुरी की ओर से आ रहे एंबुलेंस बीआर-1पीएच 6554 को रोक दिया गया। जबकि ड्राइवर मरीज लाने जाने की बात कहता रहा। आयकर भवन के पीछे से मरीज लाने की सूचना के बाद भी उसे नहीं जाने दिया। 

कई क्षेत्रों में दिव्यांगों ने पेश की नजीर  
जल-जीवन-हरियाली के लिए बनाई गई मानव शृंखला में दिव्यांग लोगों के हौसलों ने उड़ान भरी। तीन सौ से अधिक दिव्यांगों ने पटना में मानव शृंखला में शामिल होकर इतिहास रचने का काम किया है। दिव्यांगों ने दानापुर प्रखंड के नजदीक सड़क के किनारे जल - जीवन और हरियाली का संदेश देकर जीवन की खुशहाली का संदेश दिया। दिव्यांगों ने पौध रोपण की अपील की। दानापुर के दिव्यांग विकास मंच से जुड़े थे। मंच के सचिव सचिन कुमार उर्फ पप्पू तथा कृष्णा प्रजापति के साथ अधिक संख्या में सदस्य शामिल हुए। फ्यूचर एसोसिएशन के महासचिव राकेश कुमार ने कहा कि समाज और राज्य तथा राष्ट्र एवं पर्यावरण बचाने में दिव्यांगजन आम जनों से ज्यादा अपनी भूमिका प्रमुखता से सबसे पहले रखेंगे। इस दौरान सभी ने कहा कि दिव्यांग अपनी योगदान देने में कभी भी पीछे नहीं हो सकते बशर्ते दिव्यांग जनों का हौसला अफजाई समाज और सरकार के द्वारा होता रहे।

पटना जंक्शन : 75 साल के बुजुर्ग ने थामा पुलिस का हाथ
मोतिहारी जिले के गोढ़वा निवासी 75 साल के तुलसी साह के लिए रविवार को राज्य में बनाया गया मानव शृंखला सामाजिक न्याय का मंच बन गया। वे अपने गांव के पोखर को भू माफियाओं से खाली करवाने के लिए न्यायालय से गुहार लगाने पटना आए हुए थे। रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद उन्हें पता चला कि तालाब, पोखर, कुआं संरक्षण के तहत जल, जीवन, हरियाली कार्यक्रम का आयोजन हुआ है और इसके लिए रेलवे स्टेशन के बाहर मानव शृंखला बनाय गया है तो वे झटपट प्लेटफार्म से नीचे उतरे और वहां मौजूद पुलिस के साथ इस मानव शृंखला के गवाह बन गए। उनकी मांग थी कि उनके गांव में पुस्तैनी पोखर को दबंग भू माफियाओं की चंगुल से छुड़ाया जाए। इसके लिए मोतिहारी जिले के अफसरों को निर्देश दिया जाय। 

भू-माफियों ने पोखर मुक्त कराना है
बुजुर्ग तुलसी साह बताते हैं कि उनके गांव की पोखर को सुनियोजित तरीके से खत्म करने की साजिश चल रही है। साह उसे दबंगों से मुक्त कराना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि पुराने पोखर को संरक्षित किया जाय। ताकि गांव के जलाशय की स्थिति भविष्य में भी दुरूस्त रह सके। यही सोचकर मोतिहारी के अफसरों से नाखुश तुलसी साह अपील दर्ज करवाने पटना आए हुए थे जहां उन्होंने मानव शृंखला में भाग लेकर जल, जीवन, हरियाली संरक्षण का सही मायने में आवाज मुखर किया। 

जवानों ने जेपी सेतु पर बनाई शृंखला
सशस्त्र सीमा बल के सीमांत मुख्यालय पटना के जवानों ने जल, जीवन और हरियाली के लिए जेपी सेतु पर मानव शृंखला बनाई। दिन में साढ़े ग्यारह बजे से आधे घंटे के लिए हाथ थाम कर दुनिया को जल, जीवन हरियाली का संदेश दिया गया। इसमें स्कूली छात्र भी अधिक संख्या में शामिल हुए। सेतु पर आते जाते यात्रियों ने सशस्त्र सीमा बल के जवानों का मनोबल खूब बढ़ाया। कई यात्री तो शृंखला में भी शामिल हुए।

पुलिस की सेल्फी 
मानव शृंखला खत्म होते ही गांधी मैदान में पुलिस कर्मियों ने मनमोहक नजारे को कैमरे में कैद किया। इस दौरान महिला और पुरुष सिपाहियों के साथ अधिकारियों ने भी खूब सेल्फी ली। गांधी मैदान को ऐसा सजाया गया था कि आने वाला हर कोई इसे मोबाइल और कैमरे से यादगार बनाने में जुटा रहा।

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