दुनियाभर में कोरोना वायरस से 15 हजार से अधिक लोगों की जान गई, इटली में हालात और बदतर

अमेरिका कोरोना वायरस के आगे बेबस दिखाई दे रहा है। देश में संक्रमित लोगों की संख्या रविवार रात तक 35,070 हो गई है और 458 लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार को 1,524 नए मामले मिले, वहीं 39 लोगों की मौत हुई है। चिंता की बात यह है कि संक्रमित 178 मरीज ही स्वस्थ हुए हैं।
दुनियाभर में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या सोमवार को 15,189 हो गई। इटली में सबसे ज्यादा 5,476 मौत हुई हैं, जबकि चीन में 3,270 लोगों की जान गई है। स्पेन में इस विषाणु ने 2,182 लोगों की जान ले ली है। इस महामारी से पिछले 24 घंटे में 1,395 लोगों की मौत हुई है। यूरोप में अब यह सर्वाधिक तेज गति से फैल रहा है। वहीं, अमेरिका अब कोरोना वायरस महामारी का दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा केंद्र बन चुका है।
चिकित्सकीय केंद्र बनाने के आदेश
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एफईएमए आपात प्रबंधन एजेंसी को न्यूयॉर्क, कैलिफोर्निया और र्वांशगटन राज्य में चिकित्सकीय केंद्र बनाने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कैलिफोर्निया के आठ चिकित्सीय केंद्रों में 2,000 बिस्तर होंगे और वहीं न्यूयॉर्क और र्वांशगटन राज्य में चार चिकित्सीय केंद्र होंगे और इसमें प्रत्येक में 1,000-1,000 बिस्तरों की व्यवस्था होगी।
अवैध आव्रजक की जांच होगी
ट्रंप ने कहा कि हम युद्ध जैसे हालात में हैं। अवैध आव्रजकों को कोरोना वायरस की जांच से वंचित नहीं किया जाएगा। अमेरिका में मौजूदा समय में 1.1 करोड़ ऐसे आव्रजक हैं जिनके पास दस्तावेज नहीं हैं। बिना दस्तावेज वाले श्रमिकों की भी जांच होगी।
ट्रंप ने ये कदम भी उठाए: ट्रंप ने न्यूयॉर्क, कैलिफोर्निया और र्वांशगटन को बेहद प्रभावित इलाका घोषित किया है। साथ ही उन्होंने न्यूयॉर्क में नेशनल गार्ड की तैनाती को मंजूरी दे दी है।
ट्रंप के राहत पैकेज को मंजूरी नहीं मिली
अमेरिकी परिवारों को सहायता और बंद पड़े कारोबार को मदद देने के लिए लाए गए 1700 अरब डॉलर के राहत पैकेज के प्रस्ताव को अमेरिकी सीनेट की मंजूरी नहीं मिल सकी। इस प्रस्ताव को डेमोक्रेटस की तरफ से कोई समर्थन नहीं मिला, जबकि वायरस संक्रमण के चलते पांच रिपब्लिकन सांसद वोट नहीं कर पाए। डेमोक्रेट का कहना था कि रिपब्लिकन योजना लाखों अमेरिकी श्रमिकों को पर्याप्त सुरक्षा देने में विफल रही है।
चीन से नाराजगी: राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह चीन से नाराज हैं, क्योंकि चीन ने कोरोना वायरस की जानकारी साझा करने में देरी की। ट्रंप ने कहा, काश वह हमें तीन महीने पहले इस समस्या के बारे में बता देते। अहंकार की वजह से चीन नहीं चाहता था कि अमेरिका अपने लोगों को वहां मदद के लिए भेजे।
स्पेन में 24 घंटे में 462 लोगों की मौत
मैड्रिड। स्पेन में कोरोना वायरस से 24 घंटे में 462 लोगों की मौत हो गई। इससे देश में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 2,182 हो गई है। एक दिन पहले जारी आंकड़ों की तुलना में मृत्यु दर में 27 फीसदी का इजाफा हुआ है। स्पेन में कोविड-19 के मामलों की संख्या 33,089 हो गई है। स्पेन चीन और इटली के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित है। स्पेन में 14 मार्च को लॉकडाउन लागू करने के बावजूद मौत और संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। हालांकि. देश ने संक्रमण की जांच करने की अपनी क्षमता में इज़ाफा किया है। प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कहा कि लॉकडाउन को 11 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया गया है। स्पेन की राजधानी मैड्रिड सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 10,575 मामले आएं हैं और 1,263 लोगों की मौत हुई है।
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