अब हर घर में होगी कचरा पेटी: नगर निगम शहर में मुफ्त बांटने जा रहा डस्टबिन
गाड़ी वाला आया, देखो कचरा निकाल... नगर निगम की गाड़ियां यह गीत गाकर शहर से कचरा तो उठा ही रहीं हैं, अब आने वाले समय में घरों से एक जैसी कचरा पेटी भी निकलेंगी, क्योंकि निगम शहर के हर घर में दो-दो कचरा पेटियां मुफ्त में बांटने जा रहा है। एक सूखे कचरे के लिए और दूसरी गीले कचरे के लिए। इसकी शुरुआत जल्द ही होने वाली है।
ठोस कचरा अपशिष्ट प्रबंधन के तहत अब शहर के प्रत्येक घर को एक-एक डस्टबिन उपलब्ध कराने की नगर निगम तैयारी कर रहा है। शुरुआती दौर में प्रत्येक अंचल के एक वार्ड में एक सेक्टर को लक्ष्य बनाकर डस्टबिन दिया जाएगा। इसके लिए वार्ड के सेक्टर में परिवारों की गिनती करने का काम शुरू हो गया है। परिवारों की संख्या के हिसाब से नगर निगम डस्टबिन उपलब्ध कराएगा। इस डस्टबिन की विशेषता यह होगी कि सूखा और गीला कचरा अलग-अलग रखना होगा और नगर निगम के डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने वाली टीम को उपलब्ध कराना होगा। यह टीम गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में रखकर निगम के अस्थायी कचरा पड़ाव केंद्र तक पहुंचाएगी। यहां से कचरा अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट तक पहुंचेगा।
नहीं दिया कचरा तो लगेगा जुर्माना
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि शहर में ऐसी कचरा पेटियां बांटी जाएंगी जो किचेन में भी रखी जा सकें। जिनको यह डस्टबिन मिल जाएगा, उनकी जिम्मेदारी होगी कि वह प्रतिदिन घर के कचरे को कचरा गाड़ी में डालें। अगर कोई कचरे को गाड़ी में न डालकर कहीं बाहर फेंकता हुआ पाया गया या फिर डस्टबिन लेने के बाद कचरा नियमित नहीं दे रहा होगा तो उस पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
सख्त हुए आयुक्त
नये नगर निगम आयुक्त अमित कुमार पांडेय की पहली प्राथमिकता शहर को कचरामुक्त करना है। सड़कों पर फेंके जा रहे कचरे पर सख्त होते हुए आयुक्त ने सफाई योजना का जायजा लिया। तब उन्हें पता चला कि शहर में अभी तक घरों को डस्टबिन बांटे ही नहीं गए हैं। उन्होंने तत्काल सफाई शाखा को आदेश दिया कि अंचल स्तर पर घरों में डस्टबिन उपलब्ध कराने का काम शुरू किया जाए। पहले चरण में एक वार्ड के एक सेक्टर को चयनित किया जाए। लोगों को कचरा प्रबंधन
के प्रति जागरूक किया जाए, फिर शहर के हर घर में डस्टबिन दिया जाए।
रंग बताएगा कचरा
- हरी कचरा पेटी में रखना होगा हर प्रकार का गीला कचरा
- अब घरों में नीली कचरा पेटी सूखे कचरे के लिए होगी
- हर वार्ड में एक सेक्टर स्तर पर शुरू होगा यह नया प्रयोग
खुद करेंगे निष्पादन
नगर निगम ने हर रोज 100 किलोग्राम से अधिक कचरा निकालने वाले संस्थानों को निर्देशित किया है कि वे खुद के स्तर पर कचरे की खाद बनाएं। कचरे के निष्पादन में अगर निगम से तकनीकी मदद की जरूरत है तो विभाग सशुल्क सहयोग करेगा, लेकिन अगर संस्थान प्रयास नहीं करते हैं तो विभाग कानूनी कार्रवाई करेगा।
कचरा पड़ाव केंद्र भी बनेंगे
ठोस कचरा अपशिष्ट प्रबंधन के तहत नगर निगम सभी छह अंचलों में अस्थायी कचरा पड़ाव केंद्र बनाने जा रहा है। प्रत्येक केंद्र पर सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग रखने की व्यवस्था होगी। कचरा गाड़ी पूरे अंचल के कचरे को पहले यहीं एकत्रित करेगी। इसके बाद यहां से कचरे को एजेंसी अपनी गाड़ी से कचरा निष्पादन केंद्र पर ले जाएगी। आने वाले समय में कचरा बढ़ने पर हर वार्ड में अस्थायी पड़ाव केंद्र बनाने की योजना है।
पटना महापौर सीता साहू ने बताया कि कचरा प्रबंधन के लिए नगर निगम एक प्रयोग करने जा रहा है। लोगों को जागरूक कर प्रत्येक घर में सूखे और गीले कचरे के लिए डस्टबिन दिया जाएगा।
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