कोरोना से बाजार में हाहाकार : पटना में सस्ते का ऑफर भी नहीं लुभा रहा ग्राहकों को

कोरोना वायरस का असर बाजार पर साफ दिखाई देने लगा है। शेयर बाजार लगातार नीचे जा रहा है। सोने-चांदी की कीमत हर दिन नीचे जा रही हैं। खरीदार न मिलने की वजह से फल, सब्जी, राशन से लेकर अधिकतर सामान सस्ते हो गए हैं। जिन थोक मंडियों में पांव रखने की जगह नहीं होती थी, वहां दुकानदार ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं। मिष्ठान भंडारों ने तो कई मिठाईयों की कीमत कम कर दी है, उसके बाद भी ग्राहक नहीं आ रहे हैं। कपड़ा बाजार तो पूरी तरह से ठप हो गया है। खादी मॉल बंद कर दिया गया है। मॉल में ब्रांडेड कपड़े की दुकानें बंद चल रही हैं। कपड़े के थोक विक्रेताओं की 10 फीसदी बिक्री भी नहीं हो रही है। इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकानें भी बंद होने लगी हैं। जूते-चप्पल की सैकड़ों दुकानों का हाल यह है कि दिनभर में एक ग्राहक नहीं आ रहा है। ऐसा तब हो रहा है जब ग्राहकों को लुभाने के लिए कई ब्रांडेड शोरूम 50 फीसदी तक ऑफ दे रहे हैं। नॉनवेज के रेस्टोरेंट ने अपने खाने की कीमतें आधी कर दी हैं, उसके बाद भी कुर्सियां खाली रह जा रही हैं। सोने-चांदी की दुकानों का हाल सबसे बुरा है। कई दुकानों में तो पिछले सात दिन से एक ग्राहक तक नहीं पहुंचा है।
सोने-चांदी की कीमतें लगातार गिर रही हैं। 25 दिनों में सोने की कीमत लगभग 5,000 रुपये प्रति 10 ग्राम कम हुई है। गुरुवार को 22 कैरेट सोना 41,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया। पिछले 25 दिनों में चांदी की कीमत भी एक साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। चांदी में 11 हजार रुपये प्रति किलो तक की कमी आई है। सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि 24 फरवरी को चांदी की कीमत 51 हजार रुपये प्रति किलो थी, जोकि 19 मार्च को 38,000 पहुंच गई। जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में सोने-चांदी की कीमत और नीचे जा सकती है।
- सर्राफा कारोबारी विनोद सिंह के अनुसार ऐसी मंदी कभी नहीं देखी। जब सोना-चांदी महंगा था, तब रोज 15-20 ग्राहक आते थे। अब दिनभर में 2-4 ग्राहक भी नहीं आते हैं।
- अंटा घाट सब्जी मंडी के थोक बिक्रेताओं ने कहा कि ज्यादातर सब्जियों के दाम घट गए हैं, फिर भी 10 फीसदी ग्राहक नहंी आ रहे।
- फल मंडी के खुदरा कारोबारियों का कहना है कि पहले 10 किलो फल रोज बेच लेते थे। अब हर दिन 2-3 किलो भी नहीं बिक रहा है।
- राशन कारोबारियों का कहना है कि दाल, चीनी, तेल सहित कई सामान सस्ते हुए हैं, फिर भी बिक्री नहीं हो रही है। पहले 100 से अधिक ग्राहक आते थे, अब 10 भी नहीं आ रहे।
कहीं भी सामानों की कमी नहीं है। बाजार में मास्क और सैनिटाइजर की कमी है। बाहर से आने वाले सामानों पर कुछ दिनों बाद असर पड़ेगा। वायरस का संक्रमण न फैले, इसमें सभी को सहयोग करना चाहिए।
-पीके अग्रवाल, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ कॉमर्स
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