पटना में पारा गिरा, प्रदूषण 5 गुना बढ़ा

Malay, Last updated: Sat, 26th Oct 2019, 12:37 AM IST
पटना में सुबह से छाए बादलों के कारण तेज ठंड महसूस हो रही है। गुरुवार देर रात से शुरू हुई तेज हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है। प्रदेश में हो रही बारिश के कारण तापमान और गिरने की संभावना है। पटना में ठंड के साथ...
प्रतीकात्मक तस्वीर

पटना में सुबह से छाए बादलों के कारण तेज ठंड महसूस हो रही है। गुरुवार देर रात से शुरू हुई तेज हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है। प्रदेश में हो रही बारिश के कारण तापमान और गिरने की संभावना है। पटना में ठंड के साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है। पीएम 2.5 की मानक से पांच गुना ऊपर चला गया है। अचानक बढ़ी ठंड और प्रदूषण से शहर में स्मॉग का खतरा भी मंडरा रहा है। पटना में 10 वर्षों के बाद अक्तूबर महीने में इतनी ठंड पड़ रही है। 12 दिन देर से गया मानसून इस बार कड़ाके की ठंड की ओर इशारा कर रहा है। यही वजह है कि अधिकतम व न्यूनतम तापमान के बीच अंतर का कम होता जा रहा है।

सांस लेना न हो जाए मुश्किल
प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के आंकड़ों की मानें तो पटना में प्रदूषण का स्तर पिछले 15 दिनों में तीन गुना तक बढ़ गया है। 5 अक्तूबर को पीएम 2.5 की संख्या 100 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर थी, जो कि शुक्रवार को 285  तक पहुंच गई। पीएम 2.5 वातावरण में मिले हुए वे सूक्ष्म कण हैंजो हवा को जहरीला बना देते हैं। यह 60 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर से अधिक नहीं होने चाहिए। इनके  200 पार करते ही हवा जहरीली हो जाती है। सांस लेने के दौरान ये कण फेफड़े में जमा होकर इंसान को बीमार कर सकते हैं। पिछली दिवाली पर यह 767 के पार पहुंच गया था। लोगोंं की आंख में जलन से लेकर सांस लेने तक में समस्या होने लगी थी। पटाखों से कार्बन डाई ऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड, सल्फर डाई ऑक्साइड जैसी विषैली गैसें निकलती हैं। यह पीएम 2.5 को बढ़ा देती हैं। जैसा हाल है ऐसे में इस बार भी दिवाली पर स्मॉग की चादर शहर को ढक लेगी।  

इसलिए लगातारगिर रहा तापमान
बंगाल की खाड़ी में बने ऊपरी हवा के चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल और झारखंड के रास्ते बिहार में नमी लगातार बढ़ रही है। झारखंड से सटे बिहार के दक्षिणी और पश्चिम बंगाल से सटे पूर्वी इलाकों में अच्छी बारिश हो रही है। यहां से आ रहे बादलों के कारण ही पटना में बादल छाए हुए हैं। कुछ जगहों पर तो बारिश भी हो रही है। ठंडी हवा की रफ्तार 12 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंच जाने के कारण ठंड तेजी से बढ़ रही है। नेपाल से आ रही ठंडी हवाएं भी प्रदेश में तेजी से ठंड बढ़ा रही हैं। लगातार अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच का अंतर घटता जा रहा है। ऐसे में आने अगले 5-7 दिनों में तापमान और नीचे जाने की उम्मीद है। 

जैसे ही तापमान नीचे गिरता है, ठंड के कारण पीएम 2.5 वातावरण में जमने लगता है। इससे प्रदूषण स्तर तेजी से बढ़ता है। यही धीरे-धीरे स्मॉग का रूप ले लेता है। 
-एसएन जायसवाल, पर्षद विश्लेषक, बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद

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