नलों से आ रहा पीला पानी: जलजमाव वाले इलाकों में गंदा पानी पीने को मजबूर हैं लोग

Malay, Last updated: Sun, 13th Oct 2019, 11:35 PM IST
राजधानी में हुए जलजमाव ने अब असर दिखाना शुरू कर दिया है। शहर के कई इलाकों में पीने के पानी का स्वाद से लेकर रंग तक बदल गया है। इन इलाकों की निजी बोरिंग से लेकर नगर निगम की पाइपलाइन से दूषित पानी आ...
जलजमाव वाले इलाकों में गंदा पानी पीने को मजबूर हैं लोग

राजधानी में हुए जलजमाव ने अब असर दिखाना शुरू कर दिया है। शहर के कई इलाकों में पीने के पानी का स्वाद से लेकर रंग तक बदल गया है। इन इलाकों की निजी बोरिंग से लेकर नगर निगम की पाइपलाइन से दूषित पानी आ रहा है। पानी से उठती दुर्गंध पूरी कहानी बयां कर रही है। पानी का रंग भी मटमैला हो गया है। इसे पीने वाले डायरिया, गैस और पीलिया जैसी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। उधर, नगर निगम ने सभी अंचलों के प्रभावित क्षेत्रों से पानी का नमूना लिया है। अभी रिपोर्ट का इंतजार है।

राजेंद्रनगर, पाटलिपुत्रा और कंकड़बाग के कुछ इलाकों में हर दूसरे घर में डायरिया और पीलिया के मरीज हो गए हैं। बीमारियों का खौफ ऐसा है कि अधिकांश आबादी ने पानी खरीदकर पीना शुरू कर दिया है। बावजूद इसके निगम और स्वास्थ्य विभाग के स्तर से इस समस्या के समाधान के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

नहीं दी गईं हैलोजन व क्लोरीन की गोलियां
स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के स्तर से जल शुद्धिकरण के लिए अभीतक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इतना सबकुछ होने के बावजूद क्लोरीन और हैलोजन की गोलियां तक नहीं बांटी गई हैं। अगर ये गोलियां बांट दी गईं होती तो लोग बीमार नहीं पड़ते। गालियों की मदद से पानी को पीने लायक बना लिया जाता। पांच लाख से अधिक की आबादी गंदा पानी पीने को मजबूर है।

जलजमाव वाले इलाकों से पानी का नमूना लिया गया है। जांच रिपोर्ट करीब एक सप्ताह में मिलेगी। इसके बाद ही पानी की शुद्धता को लेकर कोई ठोस कदम उठाया जा सकेगा।
-विनोद कुमार तिवारी कनीय अभियंता जल पर्षद नगर निगम पटना।

वार्ड के 70 फीसदी इलाकों में आजतक नगर निगम की पाइप लाइन नहीं बिछी।  जिन इलाकों में जलजमाव हुआ, वहां के आधे से अधिक निजी बोर से भी गंदा पानी आ रहा है। लोग बीमार पड़ रहे हैं।
-कंचन कुमार, पार्षद, वार्ड -55

वार्ड के10 से अधिक मोहल्ले जलजमाव से प्रभावित थे। जलापूर्ति पाइपलाइन क्षतिग्रस्त है। अब जलजमाव का असर दिखने लगा है। पानी गंदा आ रहा है। निजी बोर से भी दूषित जलापूर्ति हो रही है। लोग बाजार से पानी खरीद 
रहे हैं। 
-अशफर अहमद, पार्षद, वार्ड-40

मेरे वार्ड की 30 हजार से अधिक की आबादी दूषित पानी पी रही है। निजी बोरिंग और निगम की पाइपलाइन से गंदा पानी आ रहा है। सैदपुर नहर का दक्षिणी इलाका, बजरंगपुरी, मौर्या कॉलोनी, पाटलिग्राम, पटेल नगर आदि भी प्रभावित हैं। 
-अरुण शर्मा, पार्षद, वार्ड-54

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