28 मिनट में 4 करोड़ की डकैती: दिनदहाड़े 12 डकैतों ने आभूषण दुकान में डाला डाका
अपराधराज को खत्म करने का दावा करने वाली बिहार पुलिस को डकैतों ने बड़ी चुनौती दी है। डीजीपी से लेकर पुलिस के आला अधिकारी सड़क पर निकले हैं, लेकिन चार करोड़ की डकैती डालने वाले बदमाशों को नहीं पकड़ पाए। पटना के पॉश इलाके में हुई बड़ी वारदात से शहर के लोग सिहर गए हैं। डकैतों ने जिस इलाके में घटना को अंजाम दिया है, वहां बैंक से लेकर कई बड़ी दुकानें हैं, जहां हर दिन करोड़ों का कारोबार होता है। इस डकैती ने बैंक ड्यूटी से लेकर पुलिस पेट्रोलिंग का सच सामने ला दिया है। चौंकाने वाली बात यह है कि घटनास्थल से महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर राजीव नगर थाना है। बावजूद इसके दिनदहाड़े डकैत आभूषण दुकान में डाका डालकर भाग निकले। जनता से सुरक्षा का वादा करने वाले अधिकारी अब जल्द घटना के खुलासे की बात कह रहे हैं।
चश्मदीद की जुबानी, डकैती की कहानी
मनोज राय पंचवटी रत्नालय में गार्ड की नौकरी करते हैं। वह भी मालिक व अन्य आठ कर्मचारियों की तरह घटना के चश्मदीद हैं।
पहले दो बदमाश ग्राहक बनकर आए। वह कल भी आए थे। दोनों आभूषण देखने लगे। इतने में बाकी बदमाश भी दुकान में आ गए। डकैतों ने पहले गार्ड के सिर पर बंदूक की बट से हमला किया। फिर मालिक सहित सभी कर्मचारी व गार्ड का मोबाइल छीन लिया। मालिक रत्नेश शर्मा ने मोबाइल देने से मना किया तो उनके सिर पर भी बंदूक की बट से हमला कर सभी को एक साथ बंधक बना लिया। एक बदमाश दोनों हाथ में बंदूक लेकर गेट पर खड़ा हो गया और बाकी लॉकर से लेकर अन्य स्वर्ण आभूषणों व रत्न को लगभग आधा दर्जन झोले में भरने लगे। बदमाशों ने साफ कह दिया था आवाज निकाली तो मारे जाओगे। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने दुकान का गेट बाहर से बंद कर दिया था।
चौंकाने वाली 4 बातें
- डकैत किस साधन से आए थे और कैसे दुकान तक पहुंचे यह अभी राज ही है।
- दुकान में डकैती होती रही। अगल-बगल के दुकानदारों को कुछ पता ही नहीं चला।
- घटना स्थल के ठीक सामने एक्सिस बैंक है, इसके सुरक्षा कर्मी कहां थे?
- बदमाशों को दुकान में रखा हर सामान पता था, उन्होंने हर कोने को खंगाला।
यह बड़ी और चुनौतीपूर्ण घटना है। इसमें तत्काल एसआईटी का गठन कर दिया गया है। बदमशों का सुराग लगाने में पुलिस जुटी है। खुलासे को लेकर हर दिशा में पुलिस काम कर रही है।
- गरिमा मलिक, एसएसपी, पटना
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