गर्मी में नहीं होगी पानी की किल्लत

Abhishek, Last updated: Fri, 28th Feb 2020, 1:23 PM IST
गर्मी के मौसम में लोगों को पीने की पानी की किल्लत ना हो, इसके लिए विभाग पूरी तरह से तैयार है। पुराने बोरिंग पंपों को दुरुस्त करने का खाका तैयार किया जा रहा है, इसे गर्मी शुरू होने के पहले हर हाल में...

गर्मी के मौसम में लोगों को पीने की पानी की किल्लत ना हो, इसके लिए विभाग पूरी तरह से तैयार है। पुराने बोरिंग पंपों को दुरुस्त करने का खाका तैयार किया जा रहा है, इसे गर्मी शुरू होने के पहले हर हाल में दुरुस्त कर लेने की बात कही जा रही है। वहीं दूसरी ओर नवनिर्मित डेढ़ दर्जन से अधिक बोरिंग पंपों में से आधे से अधिक को गर्मी के शुरू होने तक हर हाल में चालू करने की कवायद की जा रही है। इधर, वार्ड पार्षद भी अपने-अपने वार्डों में मिले दस सबमर्सिबल बोरिंग पंपों को दुरुस्त कराने की तैयारी में जुटे हैं। जबकि पहले से वार्डों में लगे सबमर्सिबल बोरिंग पंपों को भी दुुरुस्त करने की बात कही जा रही है। जिससे कि गर्मी के मौसम में लोगों को पानी के लिए न तो भटकना पड़े और न ही दूसरों के दरवाजे खटखटाने पड़े। फिलहाल विभाग अपने सभी बोरिंग पंपों की क्षमता का आकलन करने में जुटा हुआ है।

पटना नगर निगम के जलपर्षद विभाग के सहायक अभियंता विनोद तिवारी ने बताया कि पटना नगर निगम के सिटी व अजीमाबाद अंचल के कुल 22 वार्डों में 37 बोरिंग पंपों से जलापूर्ति की जा रही है। जिसमें से दो बोरिंग पंप बिहार राज्य जलपर्षद की ओर से लगाए गए हैं। इसमें अधिकांश जर्जर हाल में हैं। कुछ की समयावधि समाप्त हो गई है। फिर भी किसी तरह चलाया जा रहा है। गर्मी के मौसम में पानी की समस्या नहीं हो, इसके लिए 18 नये स्थानों पर बोरिंग पंप लगाने का काम किया जा रहा है। जिसमें से कुछ का शिलान्यास किया जा चुका हंै, तो कुछ का टेंडर किया जा चुका है। जिसमें में मुर्तुजीगंज ज्योतिबा फुले पार्क के पास एक करोड़ 11 लाख रुपए की लागत से नया बोरिंग पंप लगाने व पांच सौ मीटर नया जलापूर्ति पाइप बिछाने का काम का टेंडर कर वर्क आउट के लिए भेजा गया है।

इस वर्ष पटना सिटी के इलाकों में पीने की पानी की कोई किल्लत नहीं होगी। विभाग पूरी तरह से तैयार है। समय से पहले बोरिंग पंपों को सही कर लिया जाएगा। ऊंचे इलाकों के लिए 20 से 25 एचपी के सबमर्सिबल बोरिंग पंप लगाए जाएंगे।
-विनोद तिवारी, सहायक अभियंता
 

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें