स्कूल जाने को तैयार नहीं छात्र, ऑनलाइन कक्षाएं ज्यादा पसंद कर रहे बच्चे
- सरकार ने ऑफलाइन स्कूल खोलने की इजाजत दी है. लेकिन बच्चे को ऑनलाइन पढ़ाई करना ज्यादा रास आ रहा है. 50 प्रतिशत बच्चे भी स्कूल नहीं आ रहे हैं.

पटना. सरकार ने आदेश जारी किया था कि राज्य में पाचवीं के बाद की सभी स्कूलों को खोला जा सकता है. इसके बाद कई स्कूल खोले गए. लेकिन ऑफलाइन की कक्षाओं में छात्रों की संख्या काफी कम दिख रही है. हालांकि सरकारी आदेश में पहले ही कहा गया था कि छात्रों को स्कूल भेजना या नहीं भेजना अभिभावकों का निजी फैसला होगा. फैसले के अनुसार स्कूल जबरदस्ती नहीं कर सकता है.
स्कूल प्रशासन कहते हैं कि स्कूल खुलने के बाद भी ज्यादातर बच्चे ऑनलाइन ही कक्षाएं लेना पसंद कर रहे हैं. कुछ स्कूल प्रशासन बताते हैं कि सरकार के आदेश के बाद कुछ दिनों के लिए स्कूल की ऑनलाइन कक्षाओं को बंद कर दिया गया था. इस दौरान 80 प्रतिशत से 90 प्रतिशत बच्चे स्कूल आते थे. जैसे ही स्कूल को ऑनलाइन औऱ ऑफलाइन दोनों मोड में किया गया, ज्यादातर छात्र ऑफलाइन की कक्षाओँ के बजाए ऑनलाइन की कक्षाओं को लेना पसंद कर रहे हैं.
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16 अगस्त से छठी से आठवीं की कक्षाएं खोली जा सकती है
बतादें राज्य में सात अगस्त से नौवीं और दसवीं की ऑफलाइन कक्षाओं को खोलने की इजाजत दी गई है. वहीं छठी से आठवीं की ऑफलाइन कक्षाएं 16 अगस्त से चलाने की इजाजत दी गई है.
क्या कहते हैं स्कूल वाले
डीएवी बीएसईबी के प्रचार्य वीएस ओझा कहते हैं कि अभी कक्षा में 50 प्रतिशत छात्रों को ही बुलाना है. लेकिन ज्यादातर बच्चे ऑनलाइन ही पढ़ना पसंद कर रहे हैं. अभी महज 40 प्रतिशत बच्चे ही स्कूल आते हैं. वहीं इटरनेशनल स्कूल के प्रचार्य एफ हसन कहते हैं कि ऑफलाइन कक्षाएं बच्चों के लिए ज्यादा फायदेमंद है, फिर भी अभिभावक बच्चे को स्कूल नहीं भेज रहे हैं.
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