सुशांत केस को लेकर बिहार शिवसेना के नेता बागी, ठाकरे को बॉलीवुड का दलाल कहा

Smart News Team, Last updated: Fri, 7th Aug 2020, 5:37 PM IST
  • सुशांत सिंह राजपूत केस को लेकर बिहार शिवसेना के नेता विकाश ज्योति बागी हो गए हैं. उन्होंने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को बॉलीवुड का दलाल कहा है. उन्होंने कहा कि सुशांत को न्याय दिलवाने तक वो शांत नहीं बैठेंगे.
सुशांत केस को लेकर बिहार शिवसेना के नेता बागी, ठाकरे को बॉलीवुड का दलाल कहा

महात्मा फुले परिषद दरोगा राय पथ प्रागंण में बिहार शिवसेना मुख्य प्रवक्ता विकाश ज्योती एवं सैकड़ों बिहार शिवसैनिक के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गयी. इसमें सुशांत हत्याकाण्ड प्रकरण पर बिहार के साथ महाराष्ट्र सरकार का पाकिस्तानी व्यवहार की कड़ी निन्दा की गई. उन्होंने बागी तेवर दिखाते हुए शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे को बॉलीवुड का दलाल बताया है. उन्होंने कहा कि आज हम सभी शिवसैनिकों को वर्षों से शिवसेना का झण्डा ढोने का अफसोस. जो महाराष्ट्र सरकार छुपाना चाहती है. वह अब छुपने वाला नहीं है. रिया चक्रवती तो मोहरा है. इसके पीछे का खेल कुछ और है. हमसब बिहारी एक सुशांत की बात कर रहे हैं. सच तो यह है की वह माया नगरी में युवा प्रतीभाओं का कब्रीस्तान है.

उन्होंने कहा कि हजारों युवाओं की सलाना दफनाया जाता है और जीसे आप शिवसेना समझ रहे है, उसके सभी नेता मुजरा पार्टी के लिए दलाली और हफ्ता वसुली का काम करते थे. क्या कारण है कि जिस बाला साहेब से कभी देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी भी हिल जाया करती थी उसका बेटा आज एक मामूली आई.पी.एस. अधीकारी से डर गया. सच तो सामने आना चाहिए की असल में सरकार कौन चला रहा हैं बॉलीवुड और अन्डर वर्ल्ड का क्या रिश्ता शिवसेना के साथ है?

आर्थिक तंगी से गुजर रही भोजपुरी अभिनेत्री अनुपमा पाठक ने मुंबई में की आत्महत्या

उन्होंने सवाल किया दुबई तक हफ्ता वसुली कौन पहुंचाता है. ऐ सभी सवाल तो बनता है और रही बात संजय राउत के द्वारा बिहारीयों और बिहार को मुख्यमंत्री को धमकाने का तो सभी माइने में ये संजय राउत नहीं दाउद का करियर है. इसका काम बॉलीवुड से हफ्ता वसूली कर दुबई तक पहुंचाने का काम करता है और कदापि बिहार के लोगों को धमकाने का काम संजय राउत ना करे नहीं तो तो बिहार में इतनी क्षमता है की मुम्बई तक जाकर कुछ कर सकते हैं. शिवसैनिक जबतक सुशांत को न्याय नहीं मिल जाता है तबतक हम बिहारी चैन से सांस नहीं लेंगे.

सुशांत केस: एसपी विनय तिवारी BMC क्वारंटाइन से फ्री, मुंबई से लौट रहे पटना

उन्होंने सवाल किए हैं कि सुशांत के हत्या प्रकरण के बाद पुलिस और मीडिया को न बुलाकर डुबलीकेट चाभी से दरवाजा कौन खोला और वह कौन है? अगर कोई व्यक्ति फांसी लगाता है तो गले पर V का निशान होता है. न की 0 का निशान उनकी हत्या उनके डॉग के बेल्ट से की गयी है? उनके मैनेजर की दीशा की हत्या कुकर्म की गयी थी इसकी जानकारी को दवाने के लिए प्री प्लान सुशांत की हत्या करवायी गयी? घटना के एक दिन पहले से सोसायटी का सभी सी.सी.टी.वी. बन्द क्यों किया गया था? सुशांत प्रकरण पर बार-बार महाराष्ट्र के गृह मंत्री सीबीआई को जांच देने के नाम पर नर्वस होकर ब्यान दे रहे है? अगर रिया चक्रवर्ती सही थी तो कल तक मुम्बई पुलिस के साथ लन्च और डीनर करने वाली रिया चक्रवर्ती बिहार पुलिस से क्यों भागी? क्या बॉलीवुड का नेपोटिज्म इसी तरह से प्रतीभावान लोगों शिकार बनाता है? क्या रिया मोहरा है? बड़ा खिलाड़ी पर्दे के पीछे से खेल खेल रहा है? अगर महाराष्ट्र सरकार का कोई मन्त्री या किसी नेता का पुत्र इस हत्याकान्ड में सामील नहीं है? तो इतनी हतास और बेचैनी सरकार में क्यों है? जीस हवाई जहाज से सैकड़ों यात्री मुम्बई गये उसी से हमारे आई.पी.एस. अधीकारी भी मुम्बई गये सिर्फ एस.पी. को ही क्वारंटाइन क्यों किया गया? पहले गये पुलिस पदाधिकारी को क्यों नहीं क्वारंटाइन किया गया?

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें