महिलाएं करेंगी मेनहोल, सेप्टिक टैंक और नालों की सफाई, बनेगा आय का साधन

ABHINAV AZAD, Last updated: Sat, 9th Oct 2021, 9:46 AM IST
  • स्वच्छांगिणी योजना के तहत स्लम बस्ती में रहने वाली महिलाएं अब आत्मनिर्भर बनेंगी. शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की मौजूदगी में महिलाओं को स्वच्छांगिणी स्वच्छता कार्यकर्ता समुदाय की महिलाओं को सफाई गाड़ी दी गई.
(प्रतीकात्मक फोटो)

पटना. स्वच्छांगिणी योजना के तहत स्लम बस्ती में रहने वाली महिलाएं अब मशीन से मैनहोल, सेप्टिक टैंक और नालों की सफाई करेंगी. इसके लिए पटना नगर निगम क्षेत्र की स्लम बस्तियों में रहने वाली महिलाओं को ट्रेनिंग के साथ-साथ पांच मशीनें भी दी गई हैं. दरअसल, प्रत्येक मशीन पर पांच महिलाएं काम करेंगी. साथ ही यह महिलाओं की आय का साधन भी बनेगा. पटना नगर निगम और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या प्रकोष्ठ के सौजन्य से स्वच्छांगिणी स्वच्छता कार्यकर्ता समुदाय की महिलाओं को सफाई गाड़ी दी गई.

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, कुम्हरार विधायक अरूण सिन्हा, नगर निगम की महापौर सीता साहू और उपमहापौर रजनी देवी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि स्वच्छांगिणी स्वच्छता योजना से जुड़ी महिला सफाईकर्मी पटना नगर निगम की आदर्श साबित होंगी. साथ ही उन्होंने कहा कि मैनहोल और सेप्टिक टैंकों की सफाई के लिए राज्य के दूसरे नगर निकायों को भी मशीन उपलब्ध कराई जाएगी. इससे महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनेंगी और तकनीकि रूप से सक्षम बनेंगी.

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वहीं पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि इस तरह के काम में बढ़-चढ़कर महिलाओं का हिस्सा लेना बदलाव को दर्शाता है. यह पटना नगर निगम की एक ख्याति है कि जो इस प्रकार की महिलाओं को गरिमापूर्ण परिवेश उपलब्ध करवा रहा है. यूएनएफपी भूटान के निदेशक राम हरिदास, प्रदेश समन्वयक नदीम शामिल थे. महापौर सीता साहू ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की.

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