कोरोना से उबरने वाले लोग अब हो रहे अवसाद व भूलने की बीमारी से पीड़ित, 20 फीसदी से अधिक में सामने आए ये लक्षण

Shubham Bajpai, Last updated: Tue, 21st Sep 2021, 9:54 AM IST
  • कोरोना के बाद कोरोना से संक्रमित लोगों को पोस्ट कोविड इफेक्ट का सामना करना पड़ रहा है. जिसमें सबसे अधिक मामले अवसाद और भूलने की बीमारी के सामने आ रहे हैं. कोरोना से प्रभावित 100 में से 12 लोगों में भूलने की बीमारी की समस्या हो रही है.
कोरोना से उबरने वाले लोग अब हो रहे अवसाद व भूलने की बीमारी से पीड़ित (फोटो सभार एएफपी)

पटना. कोरोना महामारी की वजह से संक्रमित हुए लोग अब कोरोना से तो उबर गए हैं, लेकिन उनमें पोस्ट कोविड इफेक्ट देखने को मिल रहे हैं. इनमें हार्ट, किडनी से संबंधित बीमारियों के सात सबसे ज्यादा समस्या अवसाद और भूलने की बीमारी के सामने आ रहे हैं. इनका आंकड़ा 100 में से 12 का है. यह जानकारी कई अस्पतालों के न्यूरोलॉजी विभाग और न्यूरो के विशेषज्ञ डॉक्टरों की स्टडी के बाद सामने आई है.

युवाओं में बढ़ रही भूलने की बीमारी

स्टडी के अनुसार, भागलपुर के जेएलएनएमसीएच में रोज दो से 4 मरीज अवसाद और भूलने की बीमारी के सामने आ रहे हैं. जिसमें अधिकांश युवा शामिल हैं. वहीं, पूर्णिया में कोरोना से ठीक हुए 20 से 30 फीसदी युवाओं में भी यह ही लक्षण देखे गए हैं. गया में सोमेटोफॉर्म के मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. साथ ही मुजफ्फरपुर में भी कोरोना से ठीक हुए 30 फीसदी युवाओं में भूलने और तनाव की बीमारी के लक्षण सामने आ रहे हैं.

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डॉक्टर जांच करने के लिए करा रहे मिनी मेंटल स्टेट्स टेस्ट

कोरोना के बाद इन समस्यों को लेकर डॉक्टर्स के पास आ रहे मरीजों की वो मिनी मेंटल स्टेट्स टेस्ट करा रहे हैं. जिसके जरिए उनमें भूलने की समस्या सामने आ रही है. इस टेस्ट में रोजमर्रा जिंदगी के सवाल करके आपकी मानसिक स्थिति के बारे में जानकारी एकत्रित की जाती है और उसकी के अनुसार टेस्ट के परिणाम सामने आते हैं.

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न्यरो विशेषज्ञ डॉ. ए के अग्रवाल का कहना है कि उनके पास आने वाले मरीजों में 10 फीसदी मरीज भूलने की समस्या को लेकर ही रहे हैं. इन मरीजों में अनिंद्रा, आंशिक अवसाद, बेचैनी और चिंता की समस्या होती है. इसकी बड़ी वजह स्वास्थ्य को लेकर उनकी चिंता है. वहीं, एम्स पटना के डॉ. विकास झा का कहना है कि एम्स में भूलने की समस्या से ज्यादा चिंता, अवसाद और अनिंद्रा से पीड़िता लोग आ रहे हैं.

 

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