झारखंड में और 3 घंटे रहने के बाद बिहार पहुंचेगा यास तूफान, पटना में दिखा असर

Smart News Team, Last updated: Thu, 27th May 2021, 4:21 PM IST
  • मौसम विभाग का कहना है कि अगर इसी तरह चक्रवात कमजोर होता रहा तो यह पहले डिप्रेशन और फिर उससे भी कम ताकतवर 'लो प्रेशर एरिया' में बदल जायेगा. जैसे जैसे यह उत्तर की ओर बढेगा बिहार में हवा और बारिश की रफ्तार में थोड़ी तेजी आती जाएगी.
 पटना में यास तूफान का दिखने लगा असर

पटना। यास तूफान ने बंगाल और झारखंड के कई हिस्सों ने तबाही मचाई है. यास तूफान अभी अगले तीन घंटे तक झारखंड में ही रहेगा. तूफान जब झारखंड पहुंचा था तब यह काफी खतरनाक रूप में था लेकिन अब धीरे धीरे यह काफी कमज़ोर हो चुका है और अगले तीन घंटे में यह और भी कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल जायेगा. तूफान को धीमा होते देख लगता है कि इसके बिहार आने में थोड़ी और देर लग सकती है.

मौसम विभाग का कहना है कि अगर इसी तरह चक्रवात कमजोर होता रहा तो यह पहले डिप्रेशन और फिर उससे भी कम ताकतवर 'लो प्रेशर एरिया' में बदल जायेगा. जैसे जैसे यह उत्तर की ओर बढेगा बिहार में हवा और बारिश की रफ्तार में थोड़ी तेजी आती जाएगी.

लाल तीर के निशान के पास है चक्रवात यास

मैप में लाल तीर के निशान के पास है चक्रवात यास दिखाई दे रहा है. यह डीप डिप्रेशन (चक्रवात से पहले की अपेक्षा कमजोर स्थिति) में बदल चुका है. हालांकि यह तूफान अब भी काफी मजबूत और खतरनाक है.

कोरोना की मार, घर के खर्चे चलाने के लिए लोग ले रहे बैंक से लोन

यास तूफान के चलते बिहार के तकरीबन 26 जिलों में मौसम की खराबी को लेकर सामान्य अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा पटना एयरपोर्ट पर भी अलर्ट जारी है. विभिन्न विमानों के पायलटों को मौसम की स्थिति की अपडेट भेजी जा रही है.

डीएम ने तूफान के कारण होने वाली भारी बारिश के चलते शहर के कई संप हाउस का निरीक्षण भी किया. सभी इलाकों में मजिस्ट्रेट को तैनात किया गया है. भारी बारिश होने पर जल निकासी की पूरी व्यवस्था की गई है. गंगा नदी के किनारे एसडीआरएफ की टीम को तैनात किया गया है. जिला नियंत्रण कक्ष द्वारा पटना जिले के हर इलाके की रिपोर्ट ली जा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक किसी इलाके से भी जानमाल की क्षति की कोई सूचना नहीं आई है.

चमकी बुखार की चपेट में आए इलाकों के लोगों को मिलेगा घर, जानें नीतीश सरकार का प्लान

शहर के अन्य कई हिस्सों में 11 केवीए के फीडर आधे से एक घंटे तक बंद रहे जिसके चलते एतवारपुर, बेउर, भुसोला, गुलजारबाग, मिनाबाजर, प्रभावितबहादुरपुर, एसकेनगर, गांधी मैदान इलाकों समेत दर्जनों इलाके में बिजली बाधित रही. वहीं दूसरी तरफ तेज हवा और पानी के कारण 2 साल पहले ही बनाया गया आनंदपुरी नाला पर बना रोड और नाला ढह गया. सड़क और नाला धंसने की वजह से आवागमन बाधित रहा. तूफान के कारण तकरीबन 10,000 से ज्यादा की आबादी को पलायन करना पड़ा.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें