बेरोजगारी के खिलाफ युवाओं का रात 9 बजे लाइट ऑफ का आंदोलन, कई पार्टियों का समर्थन

Smart News Team, Last updated: Wed, 9th Sep 2020, 7:20 PM IST
  • देश में युवाओं ने 9 सितंबर को रात 9 बजे बेरोजगारी के खिलाफ लाइट ऑफ कर विरोध जताने का आह्वान किया है. युवाओं के इस आह्वान का अलग-अलग संगठनों ने समर्थन किया है.
9 सितंबर को 9 बजे युवाओं ने टॉर्च ,मोबाइल लाइट , मोमबत्ती जलाने की अपील की है.

पटना. देश में बेरोजगारी और निजीकरण के खिलाफ विभिन्न संगठनों ने 9 सितंबर को रात 9 बजे 9 मिनट तक मोमबत्ती, टॉर्च, मोबाइल लाइट जलाने का आह्वान किया है. बेरोजगार युवाओं की इस अपील का कई संगठनों और पार्टियों ने समर्थन किया है.

गौरतलब है कि बेरोजगार युवा नौकरी की परीक्षा कराने और भर्ती बहाली के लिए पूरे देश में एक आंदोलन कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर इस अभियान को सफल कराने के लिए युवाओं फ्रेंड कराया जा रहा है.

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बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार रात फेसबुक लाइव के माध्यम से प्रदेश के युवाओं से इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की थी.आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने भी बेरोजगारी के खिलाफ युवाओं का समर्थन किया है. इसके साथ ही वामपंथी संगठनों ने भी इस मुहिम का समर्थन किया है.

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बिहार के छात्र संगठन भी इस अभियान का हिस्सा बनेंगे. इसके अलावा भारत की जनवादी नौजवान सभा (डीवाईएफआई) संगठन ने भी बेरोजगारी के खिलाफ अभियान का समर्थन किया है. संगठन के कार्यकर्ता मोमबत्ती जलाकर केंद्र और राज्य की नीतियों का विरोध करेंगे.

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इसके अलावा पटना विश्वविद्यालय के अध्यक्ष मनीष कुमार ने भी बेरोजगारी और निजी करण के इस आह्वान का समर्थन किया है. मनीष ने बताया कि बेरोजगारी की अब एक लंबी फौज तैयार हो चुकी है. मोदी सरकार ने हर साल 2 करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के बाद उन्होंने अपना वादा नहीं निभाया. इसके अलावा सरकारी क्षेत्रों को भी निजीकरण में तब्दील कर युवाओं को बेरोजगार कर दिया है. सरकार ने रेलवे से लेकर सभी सरकारी संपत्तियों को पूंजीपतियों के हाथों में बेच दिया हैं.

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