कष्ट झेल लौटे प्रवासी मजदूरों का बैंक खाता खुले, बिहार में देंगे रोजगार: नीतीश

Smart News Team, Last updated: Tue, 2nd Jun 2020, 9:11 PM IST
  • बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि दूसरे राज्यों से कष्ट झेलकर कोरोना लॉकडाउन में अपने गांव-घर लौटे प्रवासी मजदूरों का बैंक खाता खुलवाया जाए। राज्य सरकार मजदूरों को बिहार में ही रोजगार देगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 20 जिलों के 40 क्वारंटाइन केंद्रों पर प्रवासी श्रमिकों से बात की। बिहार में तीन मई के बाद से अब तक 805 ट्रेनें आईं जिससे 10.83 लाख प्रवासी श्रमिक आ चुके हैं। पैदल और अन्य तरीकों से लौटे मजदूरों की संख्या भी लाखों में है।

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रवासी श्रमिकों का जल्द बैंक खाता खुलवाएं। साथ ही सभी का आधार और राशन कार्ड भी शीघ्र बनवाएं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरकार का संकल्प है कि सभी को बिहार में ही रोजगार देंगे। साथ ही श्रमिकों से अपील भी की कि आपने बाहर कष्ट झेला है, अब यहीं रहें।

मुख्यमंत्री ने लगातार दूसरे दिन शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग से 20 जिलों के 40 प्रखंड क्वारंटाइन केंद्रों में रह रहे प्रवासी श्रमिकों से बात की और वहां उनके लिए उपलब्ध भोजन, आवासन, पेयजल, स्नानघर, शौचालय और साफ-सफाई आदि का जायजा लिया। साथ ही पदाधिकारियों को कई निर्देश दिए। श्रमिकों ने भी खुलकर अपनी बात मुख्यमंत्री को बतायी। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि क्वारंटाइन केंद्र पर रह रहे सभी प्रवासियों का पूर्ण सर्वे कराएं। कौन कहां से आाये हैं। क्या रोजगार करते थे। उनको यहां पर कैसे रोजगार उपलब्ध करायी जाय, ताकि उन्हें बाहर नहीं जाना पड़े।

पैदल और ट्रेन से लौटे मजदूर बोले- बुलाने के लिए शुक्रिया, अब परदेस नहीं जाएंगे

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हमारा दायित्व है सबको रोजगार का अवसर मिले। अपना खुद का व्यवसाय करने वाले को सरकार हर संभव मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग बाहर जाकर कार्य कर रहे थे, उन्हें वहां कष्ट झेलना पड़ा। हमारी इच्छा है कि आप सबलोग बिहार में ही रहिए। आप सभी लोग बिहार के विकास में भागीदार बनें। किसी को कष्ट न हो, सभी की सुरक्षा हमारा दायित्व है। हम हमेशा आपकी ही चिंता करते हैं। क्वारंटाइन केंद्रों पर रह रहे प्रवासियों ने वहां पर की गई व्यवस्थाओं को सराहा। सभी ने कहा कि उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है और वे लोग अब बिहार में ही रहकर काम करना चाहते हैं।

मुजफ्फरपुर में चमड़ा, जूता व कपड़ा उद्योग की अपार संभावनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुजफ्फरपुर में चमड़ा, जूता और कपड़ा उद्योग की अपार संभावनाएं हैं। इनसे संबंधित उद्योग को बढ़ावा देने के लिए हर संभव मदद करें। पदाधिकारियों को उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सूक्ष्म एवं लघु उद्योग को बढ़ावा दें। बिहार में इनकी भी असीम संभावनाएं हैं।

मुख्यमंत्री ने बिजली कंपनी को निर्देश दिया है कि बाहर से आ रहे प्रवासी श्रमिक जो बिजली के कार्य में दक्ष हैं, उन्हें रोजगार उपलब्ध कराएं। इसके लिए आवश्यक पहल शीघ्र करें। उन्होंने यह भी कहा है कि प्रवासियों को उनके कौशल के अनुरूप यहीं पर स्वरोजगार के लिए प्रेरित करें। हमरी चाहत है किसी को मजबूरी में बिहार से बाहर नहीं जाना पड़े। बिहार में ही काम के अवसर पैदा किए जाएंगे। विभिन्न उद्योगों के क्लस्टरों की पहचान करें।

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