दरभंगा की बेटी ज्योति के हौसले को शिक्षा विभाग ने किया सलाम

Smart News Team, Last updated: Wed, 3rd Jun 2020, 2:54 PM IST
  • बीमार पिता को साइकिल पर बिठाकर गुरुग्राम से दरभंगा पहुंची ज्योति कुमारी से मिलने शिक्षा विभाग के अधिकारी उसके घर गए। घर पहुंचे डीईओ और हेडमास्टर ने ज्योति का दाखिला 9वीं क्लास में लिया और स्कूली लड़कियों के लिए सरकारी योजना के तहत साइकिल, ड्रेस, किताब वगैरह भी दिया.
ज्योति कुमारी की पिता को लेकर प्यार और लगन की देश और दुनिया में वाहवाही हो रही है

पटना। लॉकडाउन के बीच अपने बीमार पिता को गुरुग्राम से दरभंगा के अपने सिरहुल्ली गांव तक साइकिल से लेकर 1200 किमी आने वाली ज्योति कुमारी के साहस को राज्य सरकार ने भी सलाम किया है। सरकार के शिक्षा विभाग ने शनिवार को दरभंगा के जिला शिक्षा पदाधिकारी के नेतृत्व में एक टीम ज्योति के गांव भेजी। यह टीम नामांकन रजिस्टर लेकर मोहन जायसवाल और फूलो देवी की बेटी ज्योति का सरकारी स्कूल में नामांकन करने पहुंची थी। इस दौरान बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना पदाधिकारी संजय सिंह मुख्यालय से सिरहुल्ली गांव गयी टीम के साथ ऑनलाइन जुड़े रहे।

दरभंगा डीईओ डॉ. महेश प्रसाद सिंह एवं उनकी टीम ने सिरहुल्ली गांव में ही ज्योति का नामांकन पास के पिंडारुच गांव स्थित प्लसटू राजकीयकृत उच्च विद्यालय में 9वीं कक्षा में कराया। डीईओ के साथ डीपीओ और उस स्कूल के हेडमास्टर भी मौके पर मौजूद रहे। अफसरों की टीम ने ज्योति को शिक्षा विभाग की ओर से एक नयी साइकिल, दो जोड़ी पोशाक, जूता-मोजा, स्कूल बैग एवं 9वीं कक्षा के पाठ्यपुस्तकों का एक सेट ज्योति को भेंट किया, ताकि वह अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सके।

बीईपी के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह ने बताया कि बीईपी ने ज्योति के साहस और उसकी पितृभक्ति को सम्मानित किया है। उसने वर्ष 2017 में मध्य विद्यालय सिरहुल्ली से आठवीं की पढ़ाई पूरी की थी, लेकिन आर्थिक कठिनाई की वजह से आगे पढ़ाई जारी नहीं रख सकी। पिता के पास दिल्ली चली गयी थी और वहां पढ़ाई हो न सकी। अब 9वीं में नामांकन हो जाने के बाद ज्योति आगे की पढ़ाई कर सकेगी। उसके स्पोर्टिंग स्किल को भी आगे बढ़ाने में शिक्षा विभाग उसकी हर जरूरतों को पूरी करेगा। श्री सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग की टीम द्वारा सम्मानित किये जाने के बाद ज्योति कुमारी को चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन ने भी अपनी ओर से 5100 रुपए देकर उसकी हौसलाअफजाई की।

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