सावधान! होलिका दहन के वक्त बिल्कुल न करें ये काम, हो सकता है आपका नुकसान

Smart News Team, Last updated: Thu, 25th Mar 2021, 8:04 AM IST
  • गरुड़ पुराण के अनुसार होलिका दहन के शुभ मुहूर्त पर किसी व्यक्ति के सोने से या बिस्तर पर पड़े रहने से उसे परिणामों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसा करने से घर में दुर्भाग्य आता है. लेकिन इन्हीं कामों को करने के लिए गर्भवती स्त्री, बुजुर्ग एवं बीमार व्यक्ति को गरु़ड़ पुराण ने छूट दी है.
सावधान! होलिका दहन के वक्त इन कामों को करने से हो सकता है आपका नुकसान

पटना. होलिका दहन बुराइयों का नाश करने का दिन होता है. इसे हिंदू पंचाग के अनुसार फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस बार 28 मार्च को होलिका दहन मनाया जाएगा. इस दिन लोग होलिका जलाते है. जिसमें अहंकार, बुराई एवं नकारात्मक शक्तियों का होलिका की पवित्र आग में दहन कर दिया जाता है. जिससे घर में सुख-समृधि का वास होता है. लेकिन होलिका दहन के मौके पर कुछ चीजें ऐसी है. जिनका आपको जरूर पालन करना चाहिए. अन्यथा बुरे परिणामों का सामना करना पड़ सकता है. इस बारे में गरुड़ पुराण में भी विस्तार से बताया गया है.

गरुड़ पुराण हिंदू धर्म के 18 पुराणों में से एक है. जिसमें जीवन प्रबंधन यानी लाइफ मैनेजमेंट के विषय में बहुत विस्तार से बताया गया है. इसके साथ ही इसमें व्रत एवं त्योहार के बारे में भी बहुत विस्तार से काफी बातों के बारे में बताया गया है. गरुड़ पुराण में होलिका दहन के बारे में भी कुछ ऐसी चीजें बताई गई है. जिन्हें होलिका दहन के वक्त नहीं करना चाहिए. वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों को इन चीजों को करने के लिए छूट भी दी गई है.

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होलिका दहन करने का वक्त पंडित योग देखकर बताते है. यह एक निर्धारित समय पर ही होता है. होलिका की पूजा एवं उसके दहन के समय किसी व्यक्ति को घर में सोना नहीं चाहिए. गरुड़ पुराण के अनुसार इस समय आलस करना अथवा बिस्तर पर रहना सर्वथा निषेध है. होलिका दहन के शुभ मुहूर्त में ऐसा करना घर में दुर्भाग्य लाता है. जिससे उस व्यक्ति के परिवार में नकारात्मकता आती है. इसके साथ ही आर्थिक उन्नति के रास्ते खुलने में भी रुकावट आती है.

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गरुड़ पुराण में होलिका दहन के वक्त इन कामों को करने से तीन तरह के लोगों को राहत दी गई है. इन तीन लोगों में गर्भवती स्त्री, बुजुर्ग एवं बीमार व्यक्ति शामिल है. होलिका दहन के वक्त इन तीनों के असहाय स्थिति में बिस्तर पर लेटने या सोने से राहत दी गई है. लेकिन इनके अलावा कोई व्यक्ति अगर आलस या नशे में इस शुभ मुहूर्त पर सोता रह जाता है. तो गरुड़ पुराण के अनुसार उस व्यक्ति को इसके बुरे परिणाम झेलने पड़ सकते है.

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