Chhath Puja 2021 : महावर्प छठ पूजा है कठिन व्रतों में एक, 36 घंटे निर्जला रहती हैं व्रती

Priya Gupta, Last updated: Mon, 4th Oct 2021, 9:02 AM IST
  • छठ पूजा पूरे चार दिनों तक चलता है. इसे हिंदूओं का सबसे कठिन व्रत कहा जाता है.
महावर्प छठ पूजा है कठिन व्रतों में एक

दिवाली के 6 दिन बाद ही छठ पूजा की शुरुआत हो जाती है. वैसे तो छठ पूजा साल में दो बार मनाई जाती है. चैत्र शुक्ल षष्ठी व कार्तिक शुक्ल षष्ठी को दो बार छठ पूजा होती है. लेकिन कार्तिक शुक्ल षष्ठी में पड़ने वाला छठ पूजा ज्यादा प्रचलित है. इस बार छठ पूजा का त्योहार 8 नवंबर से शुरू हो रहा है. छठ पूजा पूरे चार दिनों तक चलता है. इसे हिंदूओं का सबसे कठिन व्रत कहा जाता है. इसमें छठ करने वाली व्रती पूरे 36 घंटे तक निर्जला व्रत रखती है. आइये जानते हैं चार दिनों तक मनाए जाने वाले छठ पूजा से जुड़ी विधि-विधान, नियम पूजा और अर्घ्य से जुड़ी जानाकरी.

छठ पूजा से जुड़ी कथा

मान्यता ये भी है कि श्रीकृष्ण ने उत्तरा को ये व्रत रखने और पूजन करने का सुझाव दिया था. महाभारत युद्ध के बाद जब गर्भ में ही अभिमन्यु और उत्तरा के पुत्र का वध कर दिया गया था. तब उस जान को बचाने के लिए भगवान कृष्ण ने उत्तरा का षष्ठी व्रत करने के लिए कहा. इसलिए इस व्रत को संतान की लंबी आयु की कामना के लिए भी माना जाता है.

पटना के खोजाइमली की दुर्गा पूजा गंगा जमुनी तहजीब का कराती है आभास, दर्शन भर से पूरी होती है मन्नतें

छठ पूजा प्रसाद

ठेकुआ, मालपुआ, खीर, खजूर, चावल का लड्डू और सूजी का हलवा आदि छठ मइया को प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है.

छठ पूजा की सामग्री

पहनने के लिए नए कपड़े, दो से तीन बड़ी बांस से टोकरी, सूप, पानी वाला नारियल, गन्ना, लोटा, लाल सिंदूर, धूप, बड़ा दीपक, चावल, थाली, दूध, गिलास, अदरक और कच्ची हल्दी, केला, सेब, सिंघाड़ा, नाशपाती, मूली, आम के पत्ते, शकरगंदी, सुथनी, मीठा नींबू (टाब), मिठाई, शहद, पान, सुपारी, कैराव, कपूर, कुमकुम और चंदन.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें