स्पेशल के नाम पर रेलवे ने किराया किया दोगुना, लेकिन सुविधाएं पहले से बदत्तर

Shubham Bajpai, Last updated: Tue, 14th Sep 2021, 9:57 AM IST
  • कोरोना काल के बाद रेलवे ने ट्रेनों को दोबारा शुरू किया. इस दौरान रेलवे ने अधिकांश ट्रेनों का किराया बढ़ा दिया, लेकिन सुविधाएं पहले से भी बदत्तर हो गई है. जिसकी वजह से यात्रियों की जेब में बोझ बढ़ने के बाद भी उनको सुविधाओं के नाम पर सिर्फ टूटी सीट, बंद टॉयलेट और यात्रियों ने भरी ट्रेन ही मिल रही है.
स्पेशल के नाम पर रेलवे ने किराया किया दोगुना, लेकिन सुविधाएं पहले से बदत्तर

पटना. कोरोना काल में पूरे देश के साथ रेलवे की भी सभी सुविधाएं बंद हो गई थी, लेकिन कोरोना के बाद रेलवे ने स्पेशल ट्रेन के नाम से कई ट्रेनों का फिर से संचालन शुरू कर दिया है, लेकिन इनका किराया पहली इन रूट में चल रही ट्रेनों के किराए से करीब दोगुना या उससे भी अधिक है. वहीं, रेलवे ने सुविधाओं के नाम पर कोई बढ़ोतरी नहीं की बल्कि स्थिति पहले से भी बदत्तर हो गई है. जिस वजह से यात्रियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों के बीच चलाई जा रही पैसेंजर ट्रेनों के लिए किराया एक्सप्रेस का लिया जा रहा है. इन रूट में करीब 42 ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है.

दोगुना हुआ पैसेंजर ट्रेन का किराया

पूर्व मध्य रेल के अंतर्गत 42 ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. जिसमें 19 ट्रेन दानापुर रेल मंडल के विभिन्न स्टेशनों से चल रही हैं. इसमें अधिकांश पैसेंजर ट्रेनों का किराया करीब दोगुना से अधिक लिया जा रहा है. जिसका सीधा असर आमजन पर पड़ रहा है. इस दौरान इन ट्रेनों के ठहराव, यात्रा में लगने वाले समय किसी में भी कोई परिवर्तन नहीं किया गया है.

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किसी ट्रेन में दोगुना तो किसी में तीन गुना बढ़ा किराया

पटना से चलने वाली करीब आधा दर्जन ट्रेनों का किराया दोगुना से लेकर तीन गुना तक बढ़ा दिया गया है. जिसमें पटना से बरौनी जाने वाली ट्रेन का किराया पहले 35 रुपये था, जो अब 65 रुपये हो गया है. पटना से परसा जाने वाली ट्रेन में पहले 10 और अब 30 रुपये वसूले जा रहे हैं. पटना से इस्लामपुर जाने वाली ट्रेन में पहले 20 अब 40 रुपये लिए जा रहे हैं. वहीं, पटना से डीडीयू, आरा, गया जाने वाली ट्रेनों में पहले 45, 15, 25 रुपये लिए जाते थे, अब इनके लिए यात्रियों को 85, 30, 50 रुपये देने पड़ रहे हैं.

बढ़े किराए को लेकर आपत्ति कर चुके संघ व रेलवे यूनियन

रेलवे के इस बढ़े किराए के विरोध में यात्रियों के संघ व रेलवे यूनियन की ओर से कई बार आपत्ति किए जाने के बाद भी पहले का किराया नहीं लागू किया गया है. 24 अगस्त को इस मामले में मुख्यालय की ओर से सभी पांचों रेल मंडल के बुकिंग काउंटरों को 42 पैसेंजर ट्रेनो में मेल एक्सप्रेस का किराया लेने का पत्र भेजा गया है.हालांकि पहले भी यात्रियों से पैसेंजर ट्रेनों में मेल व एक्सप्रेस का किराया लिया जा रहा था.

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रेलवे का राजस्व बढ़ा, लेकिन सुविधा जस की तस

इन ट्रेनों का किराया बढ़ाने से रेलवे के राजस्व काफी बढ़ा है, लेकिन सुविधाओं की स्थिति जस की तस है. कई बोगियों में पंखे खराब पड़े हैं तो कई की लाइट टूटी पड़ी है. वहीं, बोगी के अधिकांश टॉयलेट काफी गंदे पड़े हैं और मेमू में जो टॉयलेट है उनको बेल्डिंग करके बंद रखा है.

सफाई के साथ सुरक्षा की स्थिति भी बदहाल

रेलवे की ट्रेन में सफाई के साथ सुरक्षा की स्थिति भी बदहाल है. ट्रेन में इंटरसिटी ट्रेनों में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं. जिस वजह से यात्रियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. महिलाओं के लिए सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं.

 

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