Ekadashi 2022: 28 जनवरी को है षटतिला एकादशी, श्री हरि की कृपा के लिए ऐसे करें पूजा

Pallawi Kumari, Last updated: Wed, 26th Jan 2022, 12:51 PM IST
  • शुक्रवार 28 जनवरी को षटलिता एकादशी का व्रत रखा जाएगा. इस दिन श्री हरि भगवान विष्णु की पूजा अराधना की जाएगी. माघ में पड़ने वाली ये एकादशी को षटतिला एकादशी कहा जाता है. इस दिन व्रत व पूजन करने से व्यक्ति के सभी कष्टों का नाश होता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
षटशिला एकादशी पर भगवान श्री हरि की पूजा (फोटो-लाइव हिन्दुस्तान)

हर महीने दो एकादशी पड़ती है. एक शुक्ल पक्ष में और दूसरी कृष्ण पक्ष में. माघ मास में पड़ने वाली एकादशी का षटतिला एकादशी कहा जाता है. इस बार षटषिला एकादशी का व्रत शुक्रवार 20 जनवरी 2022 को रखा जाएगा. एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है. शास्त्रों में एकदाशदी व्रत को सभी व्रतों में महत्वपूर्ण बताया गया है. इस दिन विधि विधान से भगवान की पूजा करने पर उनकी कृपा मिलती है और भक्त पर किसी संकट का साया भी नहीं मंडराता.

षटतिला एकादशी का महत्व-

षटतिला एकादशी व्रत का शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन श्री हरि की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन तिल का दान करना सोना दान करने के बराबर होता है. इस दिन दिल दान करने से भगवान विष्णु की कृपा होती है और सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस दिन स्नान, उबटन, तर्पण, दान, सेवन और आहुति इन 6 कामों से पापों का नाश होता है.

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षटतिला एकादशी व्रत पूजा विधि-

इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें, फिर सबसे पहले पूजा स्थान की सफाई करें और भगवान विष्णु और श्री कृष्ण की प्रतिमा या फोटो को मंदिर में स्थापित करें. श्रद्धापूर्व पूजा शुरू करें. पूजा के दौरान भगवान कृष्ण के भजन और विष्णु सहस्रनाम का पाठ जरूर करें. प्रसाद में फल मिठाई चढ़ाएं. तुलसी जल, फल, नारियल, अगरबत्ती और फूल भगवान को अर्पित करें. दूसरे दिन सुबह यानि द्वादशी के दिन सुबह फिर से पूजन करें और इसके बाद व्रत का पारण करें.

षटतिला एकादशी पूजा मुहूर्त-

षटतिला एकादशी तिथि प्रारंभ- गुरुवार, 27 जनवरी रात्रि 02:16 से

षटतिला एकादशी तिथि प्रारंभ समाप्ति- शुक्रवार, 28 जनवरी रात्रि 11:35 पर

एकादशी व्रत व पूजन उदया तिथि में 28 जनवरी को होगा.

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