पटना: पैसा नहीं तो एंबुलेंस नहीं, कंधों पर ले जाइए मरने वालों की लाश
- पटना के पीएमसीएच का हाल ये है कि परिजनों के पास पैसा नहीं तो मरने वालों की लाश ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं. परिजनों को कंधों पर ले जानी पड़ रही है मरने वालों की लाश.

पटना के पीएमसीएच में मृत शरीर सौंपने के लिए भी परिजनों को पैसा देना पड़ रहा है. मंगलवार को अरवल जिला के आजादनगर गांव के मृतक जितेन्द्र मांझी और रविन्द्र मांझी का शरीर उनके परिजनों को देने के लिए भी पैसा मांगा गया. दोनों व्यक्तियों की मृत्यु एक सड़क दुर्घटना में हुई. इमरजेंसी में दोनों को लाया गया.
दोनों की मृत्यु हो गई थी. इस पर परिजनों ने शव मांगा तो कहा गया कि पैसा भरने के बाद ही शव दिया जाएगा. परिजनों से 2000 रुपए की मांग की गई थी. लेकिन मृत्यु सड़क हादसे में होने के कारण अंत में 1300 रुपये पर बात बनी. इसी के बाद परिजनों को मृत शरीर मिल पाया. इसके बाद मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया.
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मृतक के परिजन संतोष कुमार ने बताया कि जब 1300 रुपये दिये तब जाकर मृत जाकर मृत शरीर को बाहर निकाल कर रख दिया. यहां तक की इसके बाद भी उन्होंने एंबुलेंस नहीं दी. इसके बाद मृतकों को ठेला पर लादकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाना पड़ा.
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परिजन संतोष ने बताया कि जब एंबुलेंस की मांग की गई तो बताया गया कि यहां दो ही एंबुलेंस है. अभी कोई खाली नहीं है. उनसे कहा गया कि शवों को कंधा पर लादकर ले जाइए. इसकी शिकायत पीएमसी के प्राचार्य डॉ.वीपी चौधरी को लिखित में की गयी है. इस संबंध में जब प्राचार्य से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इसके लिए संबंधित व्यक्ति को चिह्नित किया जा रहा है. अगर आरोप सही पाया गया तो उक्त कर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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