Ekadashi 2022: कब है फाल्गुन विजया एकादशी, पूजा सफल बनाने के लिए करें ये 5 काम

Pallawi Kumari, Last updated: Wed, 23rd Feb 2022, 8:49 AM IST
  • हिंदू धर्म में सभी व्रतों में विजया एकादशी के व्रत का विशेष महत्व होता है. कहा जाता है कि इस दिन किए गए व्रत व पूजन का फल अवश्य प्राप्त होता है. आइये जानते हैं कब है फाल्गुन माह में पड़ने वाली विजया एकादशी व्रत.
विजया एकदाशी (फोटो सोशल मीडिया)

हर महीने कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में एकादशी तिथि पड़ती है. लेकिन फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष का एकादशी को विजया एकादशी कहते हैं. एकादशी व्रत व पूजा भगवान श्री हरि विष्णु को समर्पित होता है. इस दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है. नाम की ही तरह विजया एकादशी का व्रत सभी कार्यों में विजय दिलाने वाला होता है. लेकिन इस दिन पूजा के दौरान कुछ जरूरी बातों को याद रखना चाहिए. तभी पूजा सफल मानी जाती है और भगवान विष्णु प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं.इस बार विजया एकादशी रविवार 27 फरवरी को पड़ रही है. 

हालांकि इस बार दो दिन विजया एकादशी पड़ने के कारण लोगों के बीच डेट को लेकर असमंजस हैं. कहा जाता रहा है कि 26 और 27 फरवरी को विजया एकादशी है. आइये जानते हैं क्या है विजया एकादशी की सही तिथि और पूजा के लिए क्या होता है जरूरी.

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विजया एकादशी तिथि और मुहूर्त-

इस साल फाल्गुन विजया एकादशी 26 और 27 फरवरी को दो दिन रहेगी. एकादशी तिथि शनिवार 26 फरवरी सुबह 10:39 मिनट से होगा लग रही है. इसके बाद 27 फरवरी को एकादशी तिथि सुबह 08:12 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. पूजा के लिए 26 फरवरी को दोपहर 12:11 से 12:57 मिनट तक का समय रहेगा. लेकिन उदया तिथि के अनुसार कुछ लोग 27 फरवरी को व्रत रखेंगे.

विजया एकादशी पर इन 5 कामों से मिलेगा श्री हरि का आशीर्वाद

1.विजया एकादशी के दिन पहनें पीले वस्त्र और पूजा में भी पीले फूल और फल आदि चढ़ाएं.

2. भगवान विष्णु को पंचामृता जरूर अर्पित करें.

3.तुलसी का भोग जरूर लगाएं. तुलसी श्री हरि को अतिप्रित है. इसलिए इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है.

4. विजया एकादशी व्रत कथा जरूर पढ़ें.

5. पूजा के बाद आखिर में आरती करना न भूलें क्योंकि कोई भी पूजा आरती के बिना अधूरी मानी जाती है.

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