जानवरों से है लगाव तो जरूर जाएं 'पटना Zoo', मछली घर समेत 3D थियेटर भी है मौजूद
- पिकनिक स्पॉट के तौर पर यह जगह बेहद ही पसंद की जाती है और हर साल करीब 30 लाख से ज्यादा लोग संजय गांधी जैविक उद्यान में घूमने आते हैं. अगर आपको भी प्रकृति, दुर्लभ प्रजाति के पेड़-पौधे और जंतुओं से लगवा है तो यह उद्यान आपके लिए घूमने का सबसे उचित स्थान है.
बिहार की राजधानी पटना अपने दर्शनीय स्थलों को लेकर दुनिया भर में प्रसिद्ध है. पटना और बिहार म्यूजियम से लेकर यहां पर गांधी सेतु भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं. इन स्थलों के साथ ही पटना के बेली रोड पर स्थित संजय गांधी जैविक उद्यान भी काफी प्रसिद्ध है. यह उद्यान 'पटना जू' के नाम से भी मशहूर है. वैसे तो इस पार्क को चिड़ियाघर के तौर पर खोला गया था. लेकिन 1972 में वन विभाग और सरकार द्वारा इसका नाम बदलकर जैविक पार्क कर दिया गया.
इसके बाद राजस्व विभाग की 58.20 एकड़ भूमि और लोक निर्माण विभाग की 60.75 एकड़ भूमि को वन विभाग को हस्तांतरित कर मौजूदा जैविक पार्क में जोड़ा गया. अब संजय गांधी जैविक उद्यान का वर्तमान क्षेत्रफल लगभग 153 एकड़ है. साल 1980 में जैविक पार्क का नाम बदलकर संजय गांधी बायोलॉजिकल पार्क कर दिया गया था.
पटना जू की खासियत: इस चिड़ियाघर की गिनती देश के बेहतरीन चिड़ियाघरों में होती है. यहां आपको देश विदेश के पेड़-पौधे, पक्षियों, जानवरों, सरीसृप एवं मछलियों की भिन्न-भिन्न प्रकार की प्रजातियां देखने को मिलेंगी. इसके साथ ही यहां पर मछली हाउस, खिलौना ट्रेन, थ्री-डी थियेटर, जंगल ट्रेल, ट्री-हाउस, फर्न हाउस, गुलाब उद्यान, आर्किड हाउस समेत मनोरंजन के कई साधन मौजूद हैं.
पिकनिक स्पॉट के तौर पर यह जगह बेहद ही पसंद की जाती है और हर साल करीब 30 लाख से ज्यादा लोग संजय गांधी जैविक उद्यान में घूमने आते हैं. अगर आपको भी प्रकृति, दुर्लभ प्रजाति के पेड़-पौधे और जंतुओं से लगवा है तो यह उद्यान आपके लिए घूमने का सबसे उचित स्थान है.
संजय गांधी जैविक उद्यान के खास आकर्षण: पटना जू दुनियाभर में अपने दुर्लभ प्रजाति के जानवरों और पेड़-पौधों को लेकर प्रसिद्ध है. उद्यान में 800 से भी ज्यादा प्रकार के जीव-जन्तु मौजूद है. इनमें से ज्यादातर जानवर काफी दुर्लभ प्रजाति के हैं. यहां पर आपको पहाड़ी मैना, हिरण, अजगर, हाथी, गैंडें, दरियाई घोड़ा, सफेद मोर से लेकर चित्तीदार हिरण, मगरमच्छ, चिंपाजी, शेर, हिमालय का कला भालू, एमू, शुतुरमुर्ग, जिराफ देखने को मिल सकते हैं.
दिल्ली से पटना की दूरी: पटना में स्थित गोल घर दिल्ली से करीब 1,082 किलोमीटर दूर है. आप बस, ट्रेन या फिर फ्लाइट से पटना पहुंच सकते हैं. बस के रास्ते दिल्ली से पटना पहुंचने में आपको 14.40 घंटे का समय लगेगा. वहीं ट्रेन के रास्ते आप 15.27 घंटे में आप तय कर सकते हैं. हवाई मार्ग के रास्ते आप केवल डेढ़ घंटे में दिल्ली से पटना पहुंच सकते हैं.
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