पटना: बिहार चुनाव में मतगणना की तैयारी पूरी, स्ट्रांग रूम सुरक्षा के घेरे में

Smart News Team, Last updated: 10/11/2020 07:36 PM IST
पटना के बोरिंग रोड पर एएन कॉलेज का मार्ग कल पूरे तरीके से अवरुद्ध होगा. मतगणना को लेकर सभी प्रकार की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. प्रशासन के स्तर पर, सुरक्षा के स्तर पर वैकल्पिक जो इंतजाम किए जाते हैं, वो सभी पूरे कर लिए गए हैं. स्ट्रांग रूम पूरी तरह से सुरक्षा के घेरे में है. मंगलवार सुबह से जब मतगणना होगी तो मतगणना स्थल पर चुनिंदा पासधारकों को ही प्रवेश मिलेगा. कर्मियों के साथ प्रेस और मीडिया के वैसे लोग ही अंदर जा सकेंगे, जिन्हें जिला प्रशासन ने पास इश्यू किया है. वहीं देर रात तक सभी विधानसभाओं के परिणाम आने की बात कही गई है.                                                                                            पटना में दिवाली और धनतेरस का बाजार पूरी तरीके से गर्म है. ऐसे में पटना के सभी इलाकों में जाम की स्थिति बनने लगी है. शहर के तमाम इलाकों की सड़कों पर जाम की स्थिति बन रही है. जीपीओ फ्लाइओवर भी अकसर जाम से जूझ रहा है. मतगणना के चलते बोरिंग रोड के लिए कल का ट्रैफिक प्लान पूरे तरीके से बदला हुआ है. बोरिंग रोड से एएन कॉलेज आने वाला रास्ता कल पूरे तरीके से बंद होगा. वहीं ट्रैफिक एसपी ने पटना शहर के लिए कल यातायात के वैकल्पिक इंतजाम किए हैं.                                                                                      पटना जिले के मैट्रिक और इंटर के परिक्षार्थियों की संख्या में इस बार खासा इजाफा हुआ है. पटना जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इंटर के परीक्षार्थियों की संख्या 71 हजार से बढ़कर 80 हजार हो गई है. ऐसे में नौ हजार परीक्षार्थी केवल इंटर में बढ़ गए हैं. मैट्रिक के परीक्षार्थियों की संख्या 69 हजार से बढ़कर 75 हजार हो गई है. छह हजार परीक्षार्थी इस बार पिछले वर्ष के मुकाबले बढ़ गए हैं.अभी तक बिहार बोर्ड ने राज्य स्तरीय डाटा जारी नहीं किया है.                                                                                                   पटना नगर निगम दो महीने से अधिक समय में भी 390 फीट की एक सड़क नहीं बनवा सका है. मामला कांटी फैक्ट्री रोड का है. मेन रोड से राजीव नगर जाने वाली सड़क में 390 फीट की सड़क और ड्रेन के निर्माण को मंजूरी मिली थी. कार्य सितंबर के 6 तारीख से शुरू हुआ लेकिन 20 अक्टूबर से काम पूरी तरह से बंद कर दिया गया. ऐसे में इलाके के लोग बुरे तरीके से परेशान हैं. चैंबर खुला छोड़ दिया गया है और सड़क उखाड़कर छोड़ दी गई है. ऐसे में कारोबारी और स्थानीय लोगों को वाहन निकालने और पैदल आने जाने में भी काफी परेशानी हो रही है.

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