महंत नरेंद्र गिरि का सुसाइड नोट बना जांच का मुख्य आधार, SIT के इन दस सवालों के जवाब से सुलझेगी मौत की गुत्थी

Pallawi Kumari, Last updated: Thu, 23rd Sep 2021, 7:57 AM IST
  • महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या मामले की जांच कर रही एसआईटी ने नामजद आरोपी आनंद गिरि और आद्या तिवारी से बीते दिन घंटो पूछताछ की. लेकिन किसी ने भी सही जवाब नहीं दिए. अब एसआईटी ने कुछ सवालों की लिस्ट तैयार की है, जिसके आधार पर महंत नरेंद्र गिरी के मौत की गुत्थी सुलझाई जाएगी.
SIT इन दस सवालों के जवाब से सुलझाएगी नरेंद्र गिरि के मौत की गुत्थी. फोटो साभार-हिन्दुस्तान

प्रयागराज. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की बाघंबरी मठ में संदिग्ध मौत के बाद विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया. एसआईटी महंत नरेंद्र गिरी के कथित आत्महत्या की वजह तलाशने और आरोपियों को सजा दिलाने के लिए मामले की जाचं कर रही है. एसआईटी नरेंद्र गिरि के कथित सुसाइड नोट को मुख्य आधार बनाकर मामले की जांच में जुटी है. वहीं नामजत आरोपी आनंद गिरि और सुसाइड नोट के आधार पर बड़े हुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी को जेल भेज दिया गया है. एसआईटी ने दोनों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने कुछ भी सही सही जवाब नहीं दिए.

बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि के संदिग्ध मौत मामले की जांच के लिए मंगलवार को एसआईटी का गठन किया गया. डिप्टी एसपी अजीत सिंह चौहान को इसकी कमान सौंपी गई, जिसमें 18 जांच अधिकारी शामिल किए गए. अब एसआईटी की 18 जांच अधिकारी टीम महंत गिरि के कथित सुसाइड नोट को मुख्य आधार बना कर मामले की जांच कर रही है. इसके लिए एसआईटी ने 10 सवाल- जवाब तैयार किए हैं, जिसके आधार पर महंत नरेंद्र गिरि के संदिग्ध मौत की गुत्थी को सुलझाया जा सकेगा.

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महंत नरेंद्र गिरि के संदिग्ध मौत पर SIT के 10 सवाल-जवाब की लिस्ट-

1. सूचना और एफआईआर में अंतर- महंत नरेंद्र गिरी के मौत के बाद आधिकारिक सूचना दी गई कि दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे शिष्यों ने फांसी का फंदा काटने के बाद महंत को नीचे उतारा. वहीं एफआईआर में उनके शिष्य अमर गिरि ने बताया गया दरवाजा धक्का देकर खोला गया.

2. भारी शरीर होने पर भी आसानी से कैसे चढ़े महंत- महंत नरेंद्र गिरि को गठिया की बीमारी थी, जिससे उनका शरीर भारी हो गया था. ऐसे में यह आसान नहीं कि भारी भरकम शरीर के साथ आसानी से स्टूल लगाकर बेड पर चढ़कर फांसी का फंदा बनाकर पंखे से लटक जाना.

3. पुलिस के आने से पहले शव को क्यों उतारा गया- महंत नरेंद्र गिरि की मौत संदिग्ध परिस्थिति में हुई. पुलिस का इंतजार क्यों नहीं किया गया. बिना पुलिस की मौजूदगी में या बिना पुलिस को बताए कमरे के अंदर से उनके शव को फंदे से नीचे क्यों उतारा गया.

4. सुसाइड नोट को वसीयतनामा की तरह क्यों लिखा गया- पुलिस को महंत गिरि का एक कथित सुसाइड नोट बरामत हुआ है. पुलिस के मुताबिक इसमें उन्होंने अपने शिष्य और बेटे को ही मौत का जिम्मेदार बताया है. साथ ही मठ और संपत्ति को लेकर वसीयतनामा लिखा गया.

5. जिस कमरे में सबसे कम रहते थे नरेंद्र गिरी उसी में क्यों की आत्महत्या- पुलिस के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरि ने अतिथि कक्ष में आत्महत्या की, जबकि वह इस कमरे में तभी जाते थे जब कोई बाहर का व्यक्ति मिलने आता था. ऐसे में उन्होंने अपने विश्राम और एकांत कक्ष को छोड़कर बाहर बने अतिथि कक्ष पर फांसी क्यों लगाई.

6. कमरे के पास की ही सीसीटीवी कैमरा खराब क्यों- मठ की निगरानी पूरी तरह से सीसीटीवी कैमरे से की जाती है. महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद उनके एक करीबी ने कहा कि आखिर कमरे के पास लगा सीसीटीवी कैमरा खराब क्यों था. या फिर इसे जानबूझ कर किसी साजिश के लिए खराब किया गया.

7. नरेंद्र गिरि पर पहले कई आरोप लग चुके हैं, फिर फर्जी आरोप पर आत्महत्या क्यों- नरेंद्र गिरि पर पहले भी कई बार संगीन आरोप लग चुके हैं. पूर्व विधायक ने उनपर प्रॉपर्टी विवाद को लेकर आरोप लगाए थे. नरेंद्र गिरी मामले में नामजत आरोपी और उनके शिष्य आनंद गिरि भी उनपर दो शिष्यों की हत्या का आरोप लगा चुके हैं.

8. लिखने में समस्या होती थी फिर इतना बड़ा नोट कैसे लिखा- नरेंद्र गिरि के जुड़े संतों ने बताया कि वह एक हस्ताक्षर करने में भी हिचकिचाते थे और उन्हें 10 मिनट लगता था. फिर उन्होंने 12 पेज का नोट कैसे और कब लिख लिए.

9. कौन कर रहा था वीडियो के लिए ब्लैकबेल- कहा जा रहा है कि नरेंद्र गिरि ने अपने कथित सुसाइड नोट में लिखा कि उनहें एक अश्लील वीडियो के नाम पर बदनाम करने की कोशिश की जा रही थी. सवाल ये है कि नरेंद्र गिरि ने फिर वीडियो के लिए ब्लैकमेल करने वाले का नाम क्यों नहीं लिखा.

10. सुसाइड नोट और एफआईआर में फर्क क्यों- नरेंद्र गिरि के मौत के बाद तुरंत सुसाइड नोट का मिल गया और इसके आधार पर पुलिस ने अपने बयन जारी कर दिए, जबकि जार्जटाउन थाने में सुसाइड नोट से इतर सिर्फ आनंद गिरि के खिलाफ कदा दर्ज कराया गया. आखिर क्यों.

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