Video: योगी सरकार से नाराज छात्र मुंडन करवाने संगम तट पहुंचे, पुलिस ले गई थाने

Sumit Rajak, Last updated: Fri, 21st Jan 2022, 6:59 AM IST
  • उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की सीबीआई जांच में सरकार के असहयोग और संवेदनहीनता से क्षुब्ध होकर संगम तट पर मुंडन करवा रहे प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के तीन सदस्यों को पुलिस ने गुरुवार को हिरासत में ले लिया. मुंडन करवा रहे आशुतोष पांडेय, अनुपम पांडेय विक्की और मुंडन करने वाले नाई को भी हिरासत में लेकर आधे मुड़े सिर के साथ दारागंज थाने चले गए. इस घटना के बाद छात्र आक्रोशित हो उठे और दारागंज थाने का घेराव भी किया.
मुंडन करवाते हुए प्रतियोगी छात्र

प्रयागराज. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की सीबीआई जांच में सरकार के असहयोग और संवेदनहीनता से क्षुब्ध होकर संगम तट पर मुंडन करवा रहे प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के तीन सदस्यों को पुलिस ने गुरुवार को हिरासत में ले लिया. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार छात्र लगभग 12:15 बजे संगम तट पर अपना मुंडन कराकर सरकार से इच्छामृत्यु मांगने के लिए पहुंचे थे. 12:30 बजे के आसपास जैसे ही मुंडन संस्कार शुरू हुआ पुलिस ने मौके पर जमा छात्रों को लाठी भांजकर तितर-बितर कर दिया. मुंडन करवा रहे आशुतोष पांडेय, अनुपम पांडेय विक्की और मुंडन करने वाले नाई को भी हिरासत में लेकर आधे मुड़े सिर के साथ दारागंज थाने चले गए. इस घटना के बाद छात्र आक्रोशित हो उठे और दारागंज थाने का घेराव भी किया.

शाम पांच बजे के आसपास जमानत पर तीनों को रिहा किया गया. समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय ने पुलिस की कार्रवाई पर कड़ी आपत्ति जताई है. कहा कि कोविड नियमों का पालन करते हुए शांतिपूर्वक तरीके से अपनी बात रख रहे छात्रों के खिलाफ कार्रवाई उचित नहीं है. सरकार को अविलम्ब सहानुभूतिपूर्वक प्रतियोगियों की मांगों पर विचार करना चाहिए.

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समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय ने पुलिस की कार्रवाई पर आपत्ति की है. कहा कि शांतिपूर्वक तरीके से अपनी बात रख रहे छत्रों के खिलाफ कार्रवाई उचित नहीं है. सरकार को अविलम्ब सहानुभूतिपूर्वक प्रतियोगियों की मांगों पर विचार करना चाहिए. आयोग की सीबीआई जांच को एसआईटी गठन करके तेज किया जाए और जिनके विरुद्ध सीबीआई नामजद अभियोग पंजीकृत करने की अनुमति मांग रही है उन्हें तत्काल अनुमति प्रदान किया जाए. लगभग 600 भर्ती परीक्षाओं के 40 हजार पदों की जांच कर दोषियों को जेल भेजा जाए.

 

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