छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रही किडनी रोगियों की तादाद, 10 जिलों में खुलेंगे डायलिसिस केंद्र

ABHINAV AZAD, Last updated: Mon, 15th Nov 2021, 12:14 PM IST
  • छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने युवाओं में किडनी संबंधी बीमारियों के मद्देनजर बेहतर इलाज के लिए प्रदेश के 10 और जिलों में डायलिसिस केंद्र खोलने की स्वीकृति दी है. साथ ही इसके लिए साढ़े चार करोड़ रूपए का बजट दिया गया है.
(प्रतीकात्मक फोटो)

रायपुर. छत्तीसगढ़ के युवाओं में किडनी संबंधी बीमारियां लगातार बढ़ रही है. अब इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के 10 और जिलों में डायलिसिस केंद्र खोलने की स्वीकृति दी है. साथ ही इस योजना के लिए तकरीबन साढ़े चार करोड़ का बजट मिला है. वहीं, टेंडर भी निकाल दिया गया है. ताकि, काम जल्द शुरू किया जा सके. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, किडनी रोगियों व चिकित्सा की स्थिति को देखते हुए जिलों का चयन किया जाएगा.

छत्तीसगढ़ में फिलहाल बिलासपुर, महासमुंद, दुर्ग, कांकेर, बीजापुर, सरगुजा, जशपुर व कोरबा समेत आठ जिलों में केंद्र संचालित है, जबकि 20 जिलों में केंद्र नहीं है. शासकीय डीकेएस सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल रायपुर के किडनी रोग विशेषज्ञ डा. प्रफुल्ल दावले कहते हैं कि राज्य में किडनी बीमारी की समस्या लगातार बढ़ रही है. साथ ही इन मरीजों में ज्यादातर मरीज युवा हैं. ज्यादातर गरीब मरीज होते हैं, इसलिए आर्थिक समस्याएं उनके सामने सबसे बड़ी है. शासन द्वारा डायलिसिस सेवाओं का विस्तार होने का सीधा लाभ किडनी मरीजों को मिलेगा.

मारा गया पढ़ा-लिखा 50 लाख का इनामी मिलिंद तेलतुम्‍बडे, अब तक 26 नक्सली ढेर, 3 जवान भी घायल

दरअसल, किसी शख्स को इलाज के साथ ही डायलिसिस प्रक्रिया से तब गुजरना होता है जब संबंधित शख्स की किडनी ठीक से काम नहीं करती है. इस दौरान मानव शरीर में मौजूद वेस्ट नमक के साथ-साथ दूषित पदार्थो को निकाल लिया जाता है. साथ ही किडनी के रोगी जिनकी किडनी 50 फीसद से अधिक खराब हो जाती है. इलाज के दौरान डायलिसिस प्रक्रिया से इन्हें प्रत्येक सप्ताह गुजरना पड़ता है. बताते चलें कि स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के 10 और जिलों में डायलिसिस केंद्र खोलने की स्वीकृति दी है. साथ ही इस योजना के लिए तकरीबन साढ़े चार करोड़ का बजट मिला है.

अन्य खबरें