सिलगर में आदिवासियों की मौत पर BJP से बोले बघेल- इसे लखीमपुर खीरी से नहीं जोड़ें

Ankul Kaushik, Last updated: Thu, 7th Oct 2021, 9:45 PM IST
  • छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सिलगेर घटना को लखीमपुर से जोड़ने पर बीजेपी पर पलटवार किया है. सीएम बघेल ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना को किसी दूसरी घटना से नहीं जोड़ा जा सकता. वहां ऐसा कांड हुआ है जो आजाद भारत के इतिहास में कभी देखा-सुना नहीं गया.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, फोटो क्रेडिट (भूपेश बघेल फेसबुक)

रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा है कि लखीमपुर खीरी की घटना को किसी दूसरी घटना से नहीं जोड़ा जा सकता है. बघेल ने यह जवाब बीजेपी की उस बात पर दिया है जब बीजेपी ने लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए पीड़ितों को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा दी गई आर्थिक सहायता को सस्ती राजनीति व इसे सिलेगार घटना से जोड़ा था. बता दें कि इस साल मई में छत्तीसगढ़ में आत्महत्या के कारण किसानों की मौत और सुकमा जिले के सिलगर में पुलिस फायरिंग में चार आदिवासियों की मौत हो गई थी. इसके बाद जब सीए भूपेश बघेल ने लखीमपुर खीरी में पीड़ितों को आर्थिक सहायता देने की बात कही तो विपक्षी दल भाजपा ने इस पर सवाल उठाया था.

मीडिया से बात करते हुए सीएम बघेल ने कहा कि लखीमपुर हिंसा दिल दहला देने वाली थी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे ने जिस तरह से किसानों को कथित तौर पर कुचला, वह फासीवादी मानसिकता को दर्शाता है. इसके साथ ही उन्होंने कि छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं ने लखीमपुर की घटना की निंदा भी नहीं की है और वे सिलगर घटना की बात करते हैं.

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वहीं उन्होंने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह और उनकी पार्टी के नेताओं पर हमला बोला. सीएम बघेल ने कहा कि रमन सिंह अपने 15 साल के शासन के दौरान माओवादी घटना के बाद पीड़ितों से मिलने कब गए थे. सिलगर की घटना के बाद हमारी पार्टी के विधायक और नेता वहां गए और लोगों से मिले. बता दें कि सीएम बघेल ने बुधवार को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की घटना में मारे गए चार किसानों और एक पत्रकार के परिवारों को 50-50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.

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