बघेल सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रहा था कांग्रेस नेता, रायपुर में तीन अरेस्ट

Mithilesh Kumar Patel, Last updated: Sun, 16th Jan 2022, 4:31 PM IST
  • छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग में बीते 3 साल में अफसरों की ट्रासफर के बदले 366 करोड़ रुपयों के फर्जी तरीके से वसूले जाने संबंधी वायरल डायरी के पन्नों को लेकर रायपुर पुलिस ने खुलासा किया. पुलिस ने बताया कि इसकी आड़ में बघेल सरकार को बदनाम करने की साजिश रची गई थी. इसमें DEO, कांग्रेस नेता समेत 3 शामिल थे.  
कांग्रेस नेता संजय सिंह ठाकुर समेत 3 आरोपीयों को रायपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार

रायपुर. रायपुर पुलिस ने छत्तीसगढ़ सरकार में भूचाल मचाने वाले डायरी के पन्नों को लेकर बड़ा खुलासा किया है. दरअसल रायपुर के रिटायर्ड जिला शिक्षा अधिकारी को संविदा नौकरी की चाहत ने अपराधी बना दिया. नौकरी न मिलने से नाराज चल रहे इस सेवानिवृत्त अफसर ने साजिशन राज्य शिक्षा विभाग द्वारा मनमानी तरिके से 366 करोड़ रुपयों की लेनदेन से जुड़ी कथित डायरी के पन्नों को मीडिया, पुलिस विभाग समेत अन्य प्रमुख कार्यालयों में भेजवाया. उनके इस साजिश का मकसद बघेल सरकार और विभाग के आला अफसरों को भ्रष्टाचार में संलिप्त दिखाकर घेरने की कोशिश की थी. मगर इस रचित साजिश में वे खुद तो सलाखों के पीछे पहुंचे ही साथ ही एक कांग्रेसी नेता और उनके सहयोगी को भी भेजवा दिया. 

मामले में मुख्य आरोपी रायपुर के रिटायर्ड जिला शिक्षा अधिकारी गेंदाराम चंद्राकर बताया जा रहा है. छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग में बीते तीन सालों के भीतर हुए सभी ट्रांसफर के बदले सैकड़ों करोड़ रूपए के कथित लेनदेन की एक डायरी के कुछ पन्ने हाल ही वायरल करवाए गए हुए थे. वायरल डायरी के कुछ पन्नो से कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार के भीतर से लेकर बाहर तक खलबली मच गई थी. इसकी सूचना सरकार के मंत्री से होते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक पहुंच गई. सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री ने सक्रियता दिखाई और रायपुर पुलिस ने 3 दिन के भीतर साजिशकर्ताओं  को गिरफ्तार कर लिया.

रायपुर पुलिस ने किया खुलासा

डायरी के कुछ पन्नों को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए रायपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि शिक्षा विभाग के एक अधिकारी के नाम पर कथित डायरी के पन्नों सहित फर्जी शिकायत पत्र राखी थाने में स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजी गई. रिटायर्ड जिला शिक्षा अधिकारी गेंदाराम चंद्राकर ने कांग्रेसी नेता संजय सिंह ठाकुर के सहयोग से एक साजिशन फर्जी दस्तावेज तैयार कराया. रचित साजिश के तहत डायरी के पन्नों को कांग्रेसी नेता संजय सिंह ठाकुर के टायपिस्ट कपिल कुमार देवदास ने राखी थाना, कुछ मीडिया हाउसेस सहित अन्य स्थानों पर पोस्ट किया. फिलहाल इस साजिश में तीनों आरोपी की गिरफ्तारी की गई है. पुलिस ने बताया कि 366 करोड़ रुपयों के कथित लेनदेन का फर्जी दस्तावेज कोई एक-दो दिनों में नहीं बल्कि पूरे 6 महीनों में तैयार किया गया. साजिश का मुख्य आरोपी पूर्व DEO गेंदाराम चंद्राकर ने पहले 3 सालों में हुए ट्रान्सफर का लिस्ट निकलवाया फिर एक डायरी तैयार की और सभी ट्रांसफर के आगे कथिततौर पर रुपए का जिक्र कर कई अधिकारी, शिक्षामंत्री, शिक्षामंत्री की पत्नी, उनके स्टॉफ को पैसे दिए जाने का जिक्र कर दिया. स्पीड पोस्ट से मिली डायरी के कुछ पन्नों और वायरल खबरों को जांच के दायरे में लाने के बाद नतीजे तक पहुंचने में पुलिस ने कामयाबी हासिल की. पुलिस ने तीनों आरोपियों को भारतीय दंड सहिंत IPC की धारा 120 बी, 201, 468, 471, 420 और 419 के तहत गिरफ्तार किया है.

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