राम वनगमन पर्यटन परिपथ का शुभारंभ करके बोले भूपेश बघेल- छत्तीसगढ़ में रचे-बसे हैं राम

MRITYUNJAY CHAUDHARY, Last updated: Fri, 8th Oct 2021, 5:25 PM IST
  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश-दुनिया के लिए छत्तीसगढ़ का राम वनगमन पर्यटन सर्किट का शुभारंभ कर दिया है. इस दौरान बघेल ने कहा कि भगवान राम छत्तीसगढ़ियों के जन-मन में रचे-बसे हैं. बघेल ने इस मौके पर भगवान राम की 51 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण भी किया.
CM बघेल ने राम वन गमन पर्यटन परिपथ का किया शुभारंभ, बोले-छत्तीसगढ़ के जनमन में रचे बसे हैं राम

रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राम वन गमन पर्यटन परिपथ का का शुभारंभ कर दिया है. सीएम बघेल ने राम वन गमन पर्यटन परिपथ के शुभारंभ कार्यक्रम में कहा कि भगवान श्रीराम का छत्तीसगढ़ से बड़ा गहरा नाता है. भगवान श्रीराम हम छत्तीसगढ़ियों के जीवन और मन में रचे बसे है. साथ ही उन्होंने कहा कि हम छत्तीसगढ़िय लोग भगवान राम को कौशल्या के राम, भाचा के राम, शबरी के राम के रूप में जानते है. वहीं सीएम बघेल के शुभारंभ के बाद राम वन गमन पर्यटन परिपथ देश-दुनिया के लिए खुल गया है. 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बातें राम चरण लोकार्पण के दौरान कहा. साथ ही उन्होंने इस अवसर पर तीन दिवसीय भव्य समारोह का भी शुभारंभ किया. वहीं उन्होंने मौके पर माता कौशल्या नगरी कंदुखुरी को प्रणाम करते हुए सभी लोगों को नवरात्रि पर्व की बधाई भी दिया. सीएम बघेल ने कहा कि चंदखुरी ही नहीं पूरा छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है. साथ ही बताया कि कोरिया जिले से सीतामढ़ी में हरचौका से लेकर सुकमा के रामाराम तक लगभग 2260 किमी का राम वन गमन पर्यटन परिपथ को विकसित किया जा रहा है.

भगवान श्री राम की 51 फीट ऊंची प्रतिमा

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सीएम बघेल ने इस कार्यक्रम के दौरान भगवान राम की 51 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया. वहीं नवरात्रि में तीन दिवसीय शुरू हुए रंगारंग सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम का उल्लेख किया. जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार प्रस्तुति देंगे. साथ ही यह भी बताया कि भगवान राम के वनवास से जुड़ी हुए स्थलों को विश्व स्तरीय पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा. साथ ही बताया कि राम वन गमन पर्यटन परिपथ पर पग-पग पर भगवान राम के दर्शन होंगे. उनसे जुड़ी हुई महत्व की कथाएं सुनने और देंखने को मिलेंगी. वहीं इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकमा, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, उद्योग मंत्री कवासी लखमा समेत अन्य मंत्री शामिल हुए थे.

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