Raipur: रायपुर में बढ़ रहा प्लास्टिक कचरा, हर महीने निकाले जाते हैं 50 हजार किलो
- राजधानी रायपुर में हर महीने करीब 50 हजार किलो का प्लास्टिक कचरा निकाला जाता है. तमाम कोशिशों के बावजूद निगम प्लास्टिक का इस्तेमाल खत्म नहीं हो पा रहा है.
रायपुर: राजधानी रायपुर में हर महीने करीब 50 हजार किलो का प्लास्टिक कचरा निकाला जाता है. तमाम कोशिशों के बावजूद निगम प्लास्टिक के इस्तेमाल को खत्म नहीं कर पा रहा है. प्लास्टिक बैग देने पर 100 रुपये रुपये, दोबारा पकड़ने जाने पर 1000 रुपये, सड़क, नाली में प्लास्टिक फेंकने पर 100 जुर्माने का प्रावधान है.नगर निगम लगातार नॉन वोवन प्रतिबंधित कैरी बैग, थैली पर कार्रवाई करने का दावा करता रहा है.
लेकिन नगर निगम के ये दावे जमीनी स्तर पर नजर नहीं आ रहे हैं. जब्ती के बाद प्लास्टिक पर परिवारवाद के प्रकरण बनाए जाते हैं, यानी निगम केवल जब्ती बनाकर इसे प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को सौंपता है. यह नियम ही शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने में बाधा बन रहा है. सफाई से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को मौके पर पहुंचकर जुर्माना करना शुरू करना चाहिए. जब्ती के बाद होने वाली कार्रवाई में भी तेजी लानी होगी. अभी शहर में प्रतिबंधित जगहों में कचरा फैलाने के लिए ही निगम कार्रवाई करता है.
रायपुर: राजधानी रायपुर में हर महीने करीब 50 हजार किलो का प्लास्टिक कचरा निकाला जाता है. तमाम कोशिशों के बावजूद निगम प्लास्टिक का इस्तेमाल खत्म नहीं हो पा रहा है. प्लास्टिक इस्तेमाल पर बैग देने पर 100 रुपये रुपये, दोबारा पकड़ने जाने पर 1000 रुपये, सड़क, नाली में प्लास्टिक फेंकने पर 100 रुपये और दोबारा पकड़े जाने पर 1,000 रुपये जुर्माने का प्रविधान है.नगर निगम लगातार नॉन वोवन प्रतिबंधित कैरी बैग, थैली पर कार्रवाई करने का दावा करता रहा है.
लेकिन नगर निगम के ये दावे जमीनी स्तर पर नजर नहीं आ रहे हैं. जब्ती के बाद प्लास्टिक पर परिवारवाद के प्रकरण बनाए जाते हैं, यानी निगम केवल जब्ती बनाकर इसे प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को सौंपता है. यह नियम ही शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने में बाधा बन रहा है. सफाई से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को मौके पर पहुंचकर जुर्माना करना शुरू करना चाहिए. जब्ती के बाद होने वाली कार्रवाई में भी तेजी लानी होगी. अभी शहर में प्रतिबंधित जगहों में कचरा फैलाने के लिए ही निगम कार्रवाई करता है.ू56 केवल इसके लिए ही वह जुर्माना वसूलता है.
|#+|
सब्जी बेचने वाले, चाय के ठेले रोजाना कमाकर खाने वालों पर निगम की टीम कार्रवाई की खानापूर्ति करके अभियान को खत्म कर देती है, परंतु जो लोग प्रतिबंधित प्लास्टिक का उत्पाद कर रहे हैं और बाजारों में खुलेआम बेच रहे हैं, उन पर अभी तक कोई तगड़ी कार्रवाई नहीं की गई है.
रायपुर नगर निगम आयुक्त रह चुके IAS अवनीश शरण के कार्यकाल में पहली बार निगम ने बड़े पैमाने पर छापामार कार्रवाई कर भारी मात्रा में प्रतिबंधित प्लास्टिक के बैग, किराना पन्नाी आदि जब्त किया था. जब्त प्लास्टिक इतनी अधिक मात्रा में थी कि इनडोर स्टेडियम पूरा भर गया था. दो साल पहले 40 से ज्यादा प्रकरण निगम ने बनाया था और चार फैक्ट्रियों में तालाबंदी की थी. उसके बाद से अब तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई.