ये कैसा खूनी खेल: चूहा पकड़ दौड़ में फावड़े से कट गई दो साल के मासूम की गर्दन
- छत्तीसगढ़ के जशपुर के पंडरापाठ चौकी अंतर्गत कोरवा बस्ती में चूहा पकड़ने के खेल में 2 साल के बच्चे की गर्दन कटने से मौत हो गई. हर साल की तरह इस साल भी धान कटाई के बाद खेतों में चूहों द्वारा बनाए गए बिल को धारदार हथियार से खोदकर 5 से 7 बच्चों का गुट ये गेम खेल रहा था. इसी दौरान ये खूनी हादसा हो गया.
छत्तीसगढ़ के जशपुर में एक दिल दहला देने वाला दर्दनाक हादसा हो गया. जिले के पंडरापाठ चौकी क्षेत्र अंतर्गत कोरवा बस्ती में बुधवार को चूहा पकड़ने के खेल में एक 2 साल के बच्चे की गर्दन कटने के चलते मौत हो गई. मासूम अपने बाकी 5 से 6 साथियों के साथ बिल खोद कर चूहा पकड़ रहा था. इसी दौरान उसके एक 5 वर्षीय साथी ने बिल खोदने के लिए जोरदार फावड़ा चलाया और अचानक मासूम की गर्दन कट गई. सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने इस मामले का मर्ग (केस) दर्ज कर लिया है.
बुधवार को पंडरापाठ चौकी क्षेत्र के कोरवा बस्ती में धान यानी बेड़े की फसल कटाई के बाद खेतों में करीब 6 से 7 बच्चे बिल खोदकर चूहे निकालने वाला गेम खेल रहे थे. इस अजीबोगरीब खेल में बस्ती के 2 से 7 साल की उम्र के खिलाड़ी शामिल थे. बताया गया है कि चूहे की बिल को खोदने के लिए ये खिलाड़ी अपने हाथ में कोड़ी फावड़ा जैसा धारदार हथियार लिए रहते हैं. गेम में बिल खुदाई के दौरान एक 5 साल के बच्चे ने झटके में तेजी से फावड़ा चलाया और पास में ही खड़े 2 साल के जगदील राम पुत्र जगेश्वर राम नाम के कोरवा बस्ती के बच्चे की गर्दन में अचानक लग गई. इस घटना के बाद मासूम की गर्दन कट गई और बच्चा लहूलुहान होकर तत्काल वहीं पर गिर पड़ा. इस हादसे की सूचना पाकर स्थानीय लोगों में सन्नाटा छा गया हैं. खबर सूनकर मासूम के परिजन आनन फानन में घटनास्थल की ओर दौड़े और पास पहुंचकर देखा तो मासूम की मौत हो चुकी थी. फिलहाल पुलिस मामले में अभी तक जांच करने की बात कह रही है.
Raipur : 17 करोड़ की लागत से बना राज्य का पहला आधुनिक ड्राईविंग इंस्टीट्यूट
बता दें कि हर साल धान कटाई के बाद पहाड़ी कोरवा बस्तियों के बच्चे खेतों में चूहों द्वारा बनाए गए बिल को ढूंढने और फिर उसे नुकिले और धारदार हथियार से खोदकर चूहा पकड़ने के गेम में लग जाते हैं. बताया जा रहा है कि यहां आसपास के गांवों में ये चूहा पकड़कर लोग इसे खाते भी है. इसके आलावा लोग धान कटाई के बाद बिल खोदकर अगली फसल की सुरक्षा के लिहाज से भी चूहा पकड़ने का काम करते हैं. फिलहाल इस घटना के वक्त बच्चे किस मकसद से चूहा बिल से निकाल रहे थे इसका पता नहीं चल पाया है.
अन्य खबरें
सर्राफा बाजार 9 दिसम्बर का रेट: रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर में सोना और चांदी हुआ महंगा