Navratri 2021: नवरात्रि पर व्रत पारण का सही समय और नियम, भूलकर भी न करें ये गलती

Priya Gupta, Last updated: Thu, 14th Oct 2021, 10:51 AM IST
  • हिंदू पंचांग के अनुसार नवरात्रि का पारण नवमी तिथि के समापन और दशमी तिथि के प्रारंभ में किया जाता है. इस बार शारदीय नवरात्रि का पारण 15 अक्टूबर , शुक्रवार को किया जाएगा.
नवरात्रि पर व्रत पारण का सही समय

शारदीय नवरात्रि की समाप्ती 15 हो जाएगी. 14 अक्टूबर गुरुवार को नवमी है, इस दिन मा दुर्गा के स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. माता रानी के भक्त अराधना कर उपवास रखते हैं. वहीं नवरात्रि की समाप्ति के साथ व्रत का पारण करते हैं. विजयदशमी के दिन पारण का विधान है. कुछ लोग अष्टमी पूजन करते हैं तो वहीं कुछ लोग नवमी को पूजा करते हैं. नवमी तिथि के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा करने के बाद कन्या पूजन और हवन कर पारण करते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार दशमी के दिन व्रत का पारण सर्वश्रेष्ठ माना गया है.

हिंदू पंचांग के अनुसार नवरात्रि का पारण नवमी तिथि के समापन और दशमी तिथि के प्रारंभ में किया जाता है. इस बार शारदीय नवरात्रि का पारण 15 अक्टूबर 2021, शुक्रवार को किया जाएगा. इस दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करने के बाद पूरे विधि से हवन करें और कन्याओं को भोजन कराने के बाद ही इसका समापन करें. नवमी के दिन सुबह पूरे विधि-विधान के साथ ही व्रत खत्म करें. 

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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार व्रत का पारण आपको माता का प्रसाद खाकर ही करना चाहिए.अर्थात् कन्या पूजन और हवन आदि के बाद आपने जो भी भोग माता रानी को लगाया है उसी प्रसाद को खाकर व्रत का पारण करें. इससे आपका व्रत पूर्ण फलदायी होगा और आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी.

नवरात्र पारण विधि

नवमी के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर साफ और सुंदर वस्त्र धारण करें. इसके बाद मां भगवती के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा करें. माता को फल, फूल, पान, सुपारी अक्षत और सिंदूर अर्पित करें. इसके बाद हवन कर कन्या पूजन करें. तथा कन्या पूजन के बाद नौ कन्याओं और एक लंगूर को भोजन करवाएं. इस दिन आप कन्या पूजन के बाद नवमी तिथि के समापन पर या दशमी तिथि के दिन पारण कर सकते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार दशमी के दिन व्रत का पारण सर्वश्रेष्ठ माना गया है.

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