एक्टिविस्ट स्टेन स्वामी का निधन, भीमा-कोरेगांव मामले में एक साल से थे जेल में
- एक्टिविस्ट फादर स्टेन स्वाम़ी का आज 84 साल की उम्र में निधन हो गया. उनकी मौत की सूचना बांबे हाईकोर्ट को 1.30 बजे दी गई जिसमें बताया गया कि उनकी मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट से हुई है. फादर स्टेन स्वामी भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामले में गिरफ्तार हुए थे.

रांची. एल्गर केस और माओवादी लिंक मामले के आरोपी जेसुइट पुजारी और कार्यकर्ता स्टेन स्वामी का सोमवार को 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया. दोपहर करीब 1.30 बजे बांबे हाई कोर्ट को उनकी मौत की सूचना दी गई. फादर स्टेन स्वामी भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामले में गिरफ्तार हुए थे. इस मामले में उन्हें तलोजा सेंट्रल जेल में रखा गया था.
स्वामी के वकीलों ने सोमवार सुबह बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया था, जिसमें उनकी मेडिकल जमानत याचिका पर तत्काल सुनवाई की मांग की गई थी. क्योंकि रविवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था.
उनके वकील मिहिर देसाई ने बताया कि स्वामी मई से एक निजी अस्पताल में भर्ती थे. उन्हें सांस लेने में कठिनाई होने और उनके ऑक्सीजन के स्तर में उतार-चढ़ाव के बाद रविवार को उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. मध्यरात्रि के बाद, देसाई ने रविवार को कहा, स्वामी की तबीयत बिगड़ गई जो कि लंबे समय तक कोविड 19 पॉजिटिव रहने का कारण भी हो सकता है.
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उनकी मौत को लेकर उच्च न्यायालय में स्टेन स्वामी का प्रतिनिधित्व करने वाले एक वकील मिहिर देसाई ने अदालत से कहा, "हमें घोर लापरवाही की शिकायत है और इसलिए पोस्टमार्टम होना चाहिए. इसके बाद अदालत ने कहा कि उसके पास संवेदना व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं. वहीं मिहिर देसाई के इस बयान का विरोध करते हुए, डॉ डिसूजा ने कहा मृत्यु का कारण ज्ञात है, इसलिए पोस्टमार्टम आवश्यक नहीं है.
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