झारखंड के बाद बाकी राज्यों में सरना कोड बिल की मांग, 6 दिसंबर को रायपुर में बैठक

Smart News Team, Last updated: Sat, 5th Dec 2020, 10:47 AM IST
  • अखिल भारतीय आदिवासी धर्म समन्वय समिति 6 दिसंबर को बैठक करने जा रही है. यह आयोजन छतीसगढ़ की राजधानी रायपुर के गोंडवाना भवन में होगी. इस बैठक में भाग लेने के लिए झारखंड के कई आदिवासी संगठनों के प्रतिनिधि 5 दिसंबर से को रांची से रायपुर के लिए रवाना होंगे. साथ ही मशाल जलूस निकाला जाएगा.
शनिवार की शाम सरना बिल के लिए निकाला जाएगा जलूस.(फाइल फोटो)

रांची. झारखंड सरकार की द्वारा सरना कोड बिल पास करने के बाद अब अन्य राज्यों में भी इसकी मांग उठने लगी है. इसके लिए अखिल भारतीय आदिवासी धर्म समन्वय समिति 6 दिसंबर को बैठक करने जा रही है. यह आयोजन छतीसगढ़ की राजधानी रायपुर के  गोंडवाना भवन में होगी. इस बैठक में भाग लेने के लिए झारखंड के कई आदिवासी संगठनों के प्रतिनिधि 5 दिसंबर से को रांची से रायपुर के लिए रवाना होंगे. साथ ही मशाल जलूस निकाला जाएगा. 

इसके आलाव सरना कोड बिल के लिए विभिन्न आदिवासी संगठन मिलकर देवशली सरना स्थल, हरमू में 5 दिसंबर को बैठक करेंगे. इस बैठक का उद्देश्य आदिवासियों की जनगणना के लिए केंद्र सरकार से प्रपत्र लेना है. इसमें आगे की योजना और रणनीति पर कार्य किया जाएगा. साथ ही 6 दिसंबर को होने वाले राष्ट्रव्यापी चक्का जाम के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिेए मशाल जलूस निकाला जाएगा. यह जलूस आदिवासी सेंगेल अभियान के अध्यक्ष सालखन मुर्मू, केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की और अखिल भारतीय विकास समिति के अध्यक्ष सत्यनारायन के आह्वावन पर निकाला जाएगा.

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रायपुर में होने वाली बैठक में अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद, अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद, आदिवासी जन परिषद, माझी परगना महाल, आदिवासी भूमिज मुंडा समाज, आदिवासी बेदिया विकास परिषद, आदिवासी मुंडा समाज, आदिवासी लोहरा समाज के प्रतिनिधि शामिल होंगे.

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