रांची: दो दिन के हड़ताल पर बैंककर्मी, आज दिनभर लटका रहा बैंको में ताला

MRITYUNJAY CHAUDHARY, Last updated: Thu, 16th Dec 2021, 10:44 PM IST
  • सरकार द्वारा सार्वजनिक बैंकों का निजीकरण किए जाने के खिलाफ यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) ने 16 दिसंबर को बैंक कर्मियों ने हड़ताल किया. इसके साथ ही बैंक कर्मी 17 दिसंबर को भी हड़ताल पर रहेंगे.
रांची: दो दिन के हड़ताल पर बैंककर्मी, आज दिनभर लटका रहा बैंको में टाला

रांची. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के आह्वान पर गुरुवार को झारखंड के सभी सार्वजनिक बैंक बनर रहे. सभी बैंकों पर दिनभर टाला लटकता रहा. साथ ही बैंकिग काम पूरी तरह से ठप रहा. इतना ही नहीं बैंक कर्मियों ने हड़ताल के दौरान प्रदर्शन भी किया. दरअसल बैंक कर्मचारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन कर रहे है. जिसके चलते उन्होंने चार दिनों के लिए बैंक को बंद रखने का फैसला किया है. वहीं 16 और 17 दिसंबर को हड़ताल पर रहेंगे.

यूनियन के अनुसार बैंक बंदी के पहले दिन करीब तीन हजार करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित हुआ. इसके साथ ही बैंक बंद रहने से चेक क्लियरेंस, एनईएफटी, आरटीजीएस समेत सभी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित रहीं. वहीं बैंक हड़ताल का निजी बैंकों के ऊपर कोई असर नहीं दिखा. निजी बैंकों में रोजाना की तरह ही काम काज जारी रहा.

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बता दें कि सरकार ने बैंकिंग अधिनियम (संशोधन) विधेयक, 2021 को संसद के मौजूदा सत्र के दौरान पेश करने और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया है. एआईबीईए के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने एक बयान में कहा कि इसे देखते हुए यूएफबीयू ने निजीकरण के कदम का विरोध करने का फैसला किया है. इसके साथ ही दो दिन की हड़ताल कर रहे है.

यूनियंस के पदाधिकारियों का आरोप कि कॉर्पोरेट घरानों की जनता की गाढ़ी कमाई के 157 लाख करोड़ रुपये जो राष्ट्रीकृत बैंकों के डिपॉजिट पर नजर है. बैंकों के निजीकरण से ये कॉर्पोरेट घराने इस डिपॉजिट की रकम का मनमाने तरीके से ऋण ले सकेंगे.

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