इस अस्पताल में बायो मेडिकल वेस्ट का सही तरीके से नहीं हो पा रहा निपटारा
- नगर निगम के आला अधिकारियों का कहना है कि नगर आयुक्त के निर्देश पर बायो मेडिकल वेस्ट के निपटारे की प्रक्रिया देखने निगम की टीम गयी थी. इस दौरान अस्पताल में बायो मेडिकल वेस्ट निस्तारण को लेकर कमियां पायी गईं. अब आगे की रिपोर्ट नगर आयुक्त को दी जायेगी.

रांची : स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 की तैयारियों के अंतर्गत रांची स्थित नागरमल मोदी सेवा सदन अस्पताल का जायजा लिया गया. इस बीच कई खामियां देखने को मिली. औचक निरीक्षण के लिए पहुंची टीम ने पाया है कि अस्पताल में बायो मेडिकल वेस्ट का निपटारा सही तरीके से नहीं हो पा रहा है. साथ ही बायोमेडिकल वेस्ट रूल का भी उल्लंघन हो रहा है.
यहां पर अस्पताल प्रबंधन ऑपरेशन के बाद प्लेसेंटा को पीले रंग के प्लास्टिक की जगह बायो मेडिकल वेस्ट के साथ डंप कर रहा था. इतना ही नहीं जांच के क्रम में प्रबंधन के द्वारा बायो मेडिकल वेस्ट से संबंधित प्रमाण पत्र भी उपलब्ध नहीं कराया जा सका. वहीं अस्पताल की कुल क्षमता 200 बेड की बतायी गयी. लेकिन वर्तमान में केवल 110 बेड ही कार्यरत पाये गये. इसके बाद भी निगम की टीम ने सुधार लाने का सुझाव दिया. निगम के आला अधिकारियों का कहना है कि नगर आयुक्त के निर्देश के आलोक में बायो मेडिकल वेस्ट के निपटारे की प्रक्रिया देखने निगम की टीम गयी थी.
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इस दौरान अस्पताल में बायो मेडिकल वेस्ट निस्तारण को लेकर कमियां पायी गईं. अब आगे की रिपोर्ट नगर आयुक्त को दी जायेगी. इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी. स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ किरण कुमारी के द्वारा पूछने पर अस्पताल कर्मियों ने बताया कि ऑपरेशन के उपरांत प्लेसेंटा को पीले रंग के प्लास्टिक में डाला जाता है. लेकिन जांच में पाया गया कि प्लेसेंटा को बायो मेडिकल वेस्ट के साथ एवं हरे रंग के बैग में रखा था.
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