रेमडेसिविर की कालाबाजारी में रांची ग्रामीण एसपी का नाम आया सामने, SP बोले- मेरा कोई गलत इरादा नहीं था
रांची. रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में गिरफ्तार व्यक्ति ने सीआइडी के सामने एक बड़ा खुलासा किया है. उसने बताया कि रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने अपने करीबी गुड्डू को उसके जरिये 20 हजार रुपये में रेमडेसिविर और 3500 रुपये में ऑक्सीजन फ्लो मीटर उपलब्ध करवाया था. मामले में सीआइडी ने 161 के तहत रांची के ग्रामीण एसपी के अंगरक्षक राजीव कुमार पांडेय और चालक शाहबुद्दीन का बयान लिया है. रेमडेसिविर दवा लेने के लिए ग्रामीण एसपी के कहने और उपलब्ध कराये गये मोबाइल नंबर पर उनके सरकारी अंगरक्षक राजीव कुमार पांडेय ने गत 25 अप्रैल को आरोपी राजीव सिंह से संपर्क किया था.
आपको बता दें कि रेमडेसिविर की कालाबाजारी के मामले में हिरासत में लिये गये मेडिसिन प्वाइंट के संचालक राकेश रंजन, सृष्टि हॉस्पिटल और हिनू के कर्मी मनीष सिन्हा ने सीआइडी की टीम को कई अहम जानकारियां दी है. गौरतलब है कि पहले दोनों से अलग-अलग पूछताछ की गयी,फिर दोनों से आमने-सामने भी पूछताछ की गयी. सीआइडी ने अब तक जांच के दौरान इन दोनों के खिलाफ जो भी सबूत इकट्ठे किये हैं, उनके संबंध में दोनों से पूछताछ की गयी. बताते चलें कि पहली बार पूछताछ में दवा दुकानदार राकेश रंजन अपनी संलिप्तता से इन्कार करता रहा था. लेकिन उसके खिलाफ सीआइडी ने साक्ष्य जुटा लिए.
CM हेमंत ने की बिरसा जीवन आयुष किट का शुरुआत, कोरोना मरीजों को मिलेगा लाभ
इस मामले में सीआइडी की टीम जांच के दौरान मिले कई चीजों को जब्त करने की तैयारी में भी जुट गयी है. हालांकि अभी वह इसका खुलासा नहीं कर रही है. वहीं दूसरी तरफ रांची ग्रामीण एसपी का कहना है कि मेरा कोई गलत इरादा नहीं था. कोरोना से कई लोग परेशानी में मदद के लिए फोन करते हैं. गुड्डू ने भी फोन कर बोला था कि पिता की मौत हो चुकी है. मां भी अस्पताल में है. हमें दवा चाहिए. हो सके, तो कहीं से मुहैया करा दें. बाद में गुड्डू की मां की भी मौत हो गयी.
RIMS के जूनियर डॉक्टर मोहम्मद सिराजुद्दीन की कोरोना संक्रमण से मौत
ज्ञात हो कि आरोपी राजीव कुमार सिंह रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के लिए अपनी कार से राजभवन के पास पहुंचा था, वहीं पर 1.10 लाख रुपये लेकर इंजेक्शन की पांच वाईल बेची थी. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 120 बी, 188, ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. मालूम हो कि इस पूरी कालाबाजारी का वीडियो फुटेज भी ड्रग कंट्रोल विभाग ने लिया है. जिसे पुलिस को सौंपा गया है. इस मामले की जांचमें वीडियो फुटेज को साक्ष्य के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा.
अन्य खबरें
रांची यूनिवर्सिटी कर रहा स्टूडेंट्स को प्रमोट, यूजी और पीजी के छात्र पढ़ें डिटेल
पेट्रोल डीजल आज 11 मई का रेट: रांची, धनबाद, जमशेदपुर, बोकारो में बढ़े तेल के रेट
रांची सर्राफा बाजार में सोने में उछाल चांदी पड़ी नरम, आज का मंडी भाव
CM हेमंत ने की बिरसा जीवन आयुष किट का शुरुआत, कोरोना मरीजों को मिलेगा लाभ