आदिवासी शिक्षा परंपरा को बचाने की कोशिश है ‘धुमकुड़िया’ कार्यक्रम

Smart News Team, Last updated: Thu, 5th Aug 2021, 12:36 AM IST
  • आदर्श आदिवासी विकास सरना समिति और सरना यूथ वेलफेयर ग्रुप के संयुक्त तत्वावधान में बीर बुधु भगत आदिवासी हॉस्टल, हातमा में धुमकुड़िया-2020 का आयोजन किया गया.
हातमा में धुमकुड़िया-2020 का आयोजन किया गया.

रांची : आदर्श आदिवासी विकास सरना समिति और सरना यूथ वेलफेयर ग्रुप के संयुक्त तत्वावधान में बीर बुधु भगत आदिवासी हॉस्टल, हातमा में धुमकुड़िया-2020 का आयोजन किया गया. यह इन संस्थाओं का वार्षिक आयोजन है जो दिसंबर माह में आयोजित किया जाता है.

 पिछले चार दिनों से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के द्वारा विभिन्न आदिवासी मुद्दों पर चर्चा कर रहे थे जिसे देश भर से युवा जुड़े थे और प्रत्येक दिन इसे दस हजार से अधिक युवाओं ने उक्त कार्यक्रम को देखा और अपनी प्रतिक्रिया दी, अपने विचार रखे. इसमें शिक्षा के अलावा विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ व जानकार युवा विद्वानों ने अपने-अपने विचार ऱखे.

अनुज लुगुन ने आदिवासी साहित्य संबंधित विचार रखे और युवाओं को अधिक से अधिक लिखने पर बल दिया. इसमें भी आदिवासी युवाओं ने समाज की विभिन्न समस्याओं और मुद्दों पर अपने विचार रखे. आदिवासी पारंपरिक विधि विशेषज्ञ सहायक प्राध्यापक रामचन्द्र उरांव ने आदिवासी जीवन संबंधी विविध कानूनों की जानकारी दी और युवाओं से आग्रह किया कि आदिवासी परंपरा व कानून आदि की बारे जागरूक बनें.

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