कोयला खनन मामले में 4 करोड़ की घूस, ED ने नक्सली कमांडर पर तय किए आरोप

Uttam Kumar, Last updated: Fri, 1st Oct 2021, 1:57 PM IST
ईडी(Enforcement Directorate) की विशेष अदालत ने करीब चार करोड़ रुपये के मनी लाउंड्रिंग मामले के आरोपी नक्सली कमांडर बिनोद कुमार गंझू एवं प्रदीप राम के खिलाफ आरोप तय किया है. ईडी अधिकारियों ने झारखंड पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर जांच शुरू की तो पाया की नक्सली संगठनों ने चतरा जिले की आम्रपाली एवं मगध कोयला खनन परियोजनाओं से जुड़े व्यापारियों एवं कोयले के ठेकेदारों से लेवी वसूली कर काफी संपत्ति बनाया है.
ईडी की विशेष अदालत ने करीब चार करोड़ रुपये के मनी लाउंड्रिंग मामले के आरोपी नक्सली कमांडर बिनोद कुमार गंझू एवं प्रदीप राम के खिलाफ आरोप तय किया है. 

रांची. ईडी(Enforcement Directorate) की विशेष अदालत ने करीब चार करोड़ रुपये के मनी लाउंड्रिंग मामले के आरोपी नक्सली कमांडर बिनोद कुमार गंझू एवं प्रदीप राम के खिलाफ आरोप तय किया है. सुनवाई के लिए दोनों आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत में पेश किया गया. सुनवाई के दौरान दोनों आरोपियों बिनोद कुमार गंझू एवं प्रदीप राम ने अपने आप को निर्दोष बताया. अदालत ने इस मामले में अभियोजन पक्ष को साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए 24 नवंबर की तारीख निर्धारित की है. दोनों आरोपी अभी जेल में बंद है. 

दरअसल झारखंड पुलिस ने ईडी(Enforcement Directorate) को जानकारी दी थी कि कोयला खनन से जुड़े व्यपरियों से लेवी वसूली कर कई नक्सलियों ने बहुत संपत्ति बनाया है. झारखंड पुलिस ने बकायदा नक्सलियों के खिलाफ प्रथमिकी दर्ज की थी. ईडी अधिकारियों ने झारखंड पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर जांच शुरू की तो पाया की नक्सली संगठनों ने चतरा जिले की आम्रपाली एवं मगध कोयला खनन परियोजनाओं से जुड़े व्यापारियों एवं कोयले के ठेकेदारों से लेवी वसूली कर काफी संपत्ति बनाया है.

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ईडी अधिकारियों ने नक्सली कमांडर बिनोद कुमार गंझू एवं प्रदीप राम के खिलाफ धनशोधन रोकथाम कानून(anti-money laundering) के तहत कार्रवाई कर रही है. ईडी अधिकारियों ने दोनों आरोपी बिनोद कुमार गंझू एवं प्रदीप राम के परिजनों की भी संपत्ति जब्त की है. ईडी की नक्सलियों पर कार्रवाई को बहुत जरूरी बताया जा रहा है. लोगों का कहना है कि नक्सलियों को अगर कमजोर करना है तो उनकी अवैध संपत्ति को जब्त करना बहुत जरूरी है. क्योंकि यह संपत्ति कहीं न कहीं इन नक्सलियों को बहुत बड़ा बल देता है. झारखंड में लगातार ईडी की कार्रवाई जारी है. ईडी लगातार झारखंड में बड़े नक्सलियों की संपत्ति जांच कर  करने में लगी है.

 

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